मैं और मेरी किताबें

किताबों की दुनिया निराली है दोस्तों।  

इसी से महकती है जीवन की फुलवारी दोस्तों।।

 

मैं और मेरी किताबें हरदम साथ रहते हैं।

खुशी और गम दोनों साथ सहते हैं।।

 

कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हौसलों को बुलंद करती है।

हरदम मुझे आगे बढ़ना सिखाती है।।

 

मैं और मेरी किताबें हरदम साथ रहते हैं।

खुशी और गम दोनों साथ सहते हैं।।

 

इसके बिना कुछ नहीं है जीवन मेरा।

इसको पाकर धन्य हुआ जीवन मेरा।।

इसकी तरफ खींची चली जाती है नजर मेरी।

मैं हूं साहिल और ये है पतवार मेरी।।

हर दिन नई उमंग और नया जज्बा जगाती है। नये हौंसले से हर रोज आगे बढना सिखाती है।

यह तो खुशियों की है इक नई सौगात।

इसके साथ जीवन की महकती है बरसात।।

जीवन के नए तौर तरीके सिखाती है।

जीवन में हर दम नई चुनौतियों से लड़ना सिखाती है।।

में और मेरी किताबें मुझ से ये बातें करती है।

खुशी और गम  दोनों साथ सहतें हैं।।

 

भूले हुए को रास्ता दिखाती है दोस्तों।।

यह तो है ज्ञान का भंडार दोस्तों।

यह ना मिले तो जीवन व्यर्थ है बेकार है दोस्तों।।

मैं और मेरी किताबें मुझसे हरदम बातें करते हैं।

खुशी और गम दोनों सहना सिखाते हैं।

 

मुझे हर दिन नया आयाम देती है।

मुझे  अपने मकसद में सफल होना सिखाती है।।

मैं और मेरी किताबें जीवन पथ पर मुझे आगे बढ़ने का पैगाम देते हैं।

मैं और मेरी किताबें हरदम साथ रहते हैं।

आपस में ये बातें करती है।

खुशी और गम दोनों साथ रहते हैं।।

 

पीछे मुड़कर ना देखना यह सिखाती है।

भटके हुए राहगीरों को ऊपर उठना सिखाती है।।

इसके साथ ही तो है खुशी की सोगात।

यही तो है ज्ञान की   मूल्यवान बरसात।।

भाईचारे मित्रता और सहयोग का साथ देना सिखाती है।

हरदम सच्चाई और  ईमानदारी से चलने का पाठ पढ़ाती है।।

मैं और मेरी किताबें हरदम साथ रहते हैं।

सुख दुःख में हमेशा  मेरा साथ देती है।।

 

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