नई भोर की उजली किरणें (कविता

नई भोर की उजली किरणें।
उम्मीदों और उमंगों का एहसास दिलाती है।
मुक्त गगन में उड़ते हुए पक्षियों की चहचाहट से हर सुबह जगाती है।।

चारों ओर हरियाली ही हरियाली नजर आती है।
नई भोर की उजली किरणें उम्मीदों और उमंगों का एहसास दिलाती है।
कोयल की कूक कूक और मंदिर के घंटो की नादों की तरंगे।
मन के हर कोने में लुत्फ़ जगाती है।।
उपवन में फूलों की महकी महकी खुशबुओं से मुस्कुराहट लाती है।
मेघ और बादलों का उमड़-घुमड़ कर लहराना और गर्जना।
यह विहंगम दृश्य आत्मविभोर करता है।

नई भोर की उजली किरणें हर दम नया संदेश देती है।
जीवन पथ पर आशा जगाती है।
आकाश की ऊंचाइयों तक पहुंचने का आभास कराती है।।
मजबूत इरादे और दृढ़ संकल्प का उत्साह जोश जगाती है।
नई भोर की उजली किरण उम्मीदों और उमंगों का एहसास दिलाती है।
नई भोर की उजली किरणें जीवन के हर क्षेत्र में कामयाब होने का सबक सिखाती है।
बड़ों के आदर्शों का मान करना सिखाती है।।

सत्य पथ पर चलने का मजबूती से हौसला बुलंद कराती है।
हरदम जीवन पथ पर आगे बढ़ने का संदेश देती है।
पीछे मुड़कर कभी ना देखो।
असफलताओं से भी कुछ तुम सीखो।
नाकामयाबियों में भी डटे रहने का संदेश देती है।।
नई भोर की नई किरणें हरदम नई ताजगी देती है।
हर काम को स्फूर्ति से करने का एहसास कराती है।।

दृढ़ संकल्प और मजबूत इरादे से दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करनें का जज्बा पैदा करती है।
नई भोर की उजली किरणें उम्मीदों और उमंगों का एहसास जगाती है।।

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