दहेज(कविता)

दहेज है एक घोर अभिशाप। कुरीतियों के विकसित होने से बन गया यह महापाप।। दहेज रूपी पर्दे नें समाज के मस्तक पर कलंक थोप डाला। बेटियों के जीवन को अंधकारमय बना कर, कितनी अबोध कलियों को खिलने से पहले ही रौंद डाला।। न जाने कितनी और मसली जाएंगी। इस कुरीति का शिकार हो फांसी लगा… Continue reading दहेज(कविता)

सुन्दर पक्षी मोर

भारत का राष्ट्रीय पक्षी है मोर। इसको देखकर सभी जन होते विभोर।। नर पक्षियों में सबसे सुंदर पक्षी है कहलाता। संस्कृत में मयूर अथवा नीलकंठ है कहलाता।। नीली गर्दन वाला यह पंखा कार सुंदर पक्षी है कहलाता। भारत में अतुलनीय प्रतिष्ठा और सम्मान है यह पाता।। मोरनियों  संग  बड़ी ही शान से नृत्य है करता।… Continue reading सुन्दर पक्षी मोर

नन्हें सिपाही

हम बच्चे हैं प्यारे, दुशमन से ना हारे। आज नहीं तो कल परसों पाएंगे मंजिल सारे।। हम इस उपवन के हैं नन्हे नन्हे वीर। इस धरा की है आने वाली तकदीर।। अपने हाथों की लकीरें खुद लिख कर लाए हैं। हम इस भारत के भाग्य विधाता बन कर आए हैं।। हम बच्चे हैं प्यारे,  दुशमन… Continue reading नन्हें सिपाही

जिन्दगी

जिंदगी में तो शिकायतें सभी किया करते हैं। जिंदगी में खामियां तो सभी ढूंढा करते हैं।। जिंदगी में अपनी जगह बना कर तो देख। फिर क्या नए सिलसिले हुआ करते हैं।। जिंदगी में ना शिकायतें होंगी ना मलाल होंगे। होंगी बस खुशियां ही खुशियां चारों और तरक्की के रास्ते खुल जाएंगे।। उन खुशियों को जहां… Continue reading जिन्दगी

मां

मां का भोला भाला  चेहरा याद आता है। उनका ममता भरा स्पर्श याद आता है।। दुलार की ठंडी छांव का झोंका याद आता है। उनकी हर बात का हर शब्द याद आता है।। मां की छवि को भुलाया नहीं जा सकता उनकी याद को कभी मिटाया नहीं जा सकता।। चाहे कितनी भी  ऊंचाईया  छू ली… Continue reading मां

बदलाव

सत्या एक गरीब घर की लड़की थी। उसके पिता ने उसे  आठवीं तक बड़ी मुश्किल से पढ़ाया ।उसके पिता नें उसे किसी खास  अधिकारी को कह कर उसे विद्युत विभाग में नौकरी पर लगा दिया।  सत्या बहुत खुश हुई वह रोज अपना काम इमानदारी से करती। एक दो साल तक तो सत्या सब के साथ… Continue reading बदलाव

गुब्बारे वाला

 नीले पीले हरे लाल  और सफेद गुब्बारे। रंग बिरंगे  हल्के और प्यारे प्यारे।। गुब्बारे देखकर बच्चे मुस्कुराए। वे गुब्बारे वाले के पास खींचे चले आए।। चुन्नू भी दौड़ा दौड़ आया। ममी को जाकर बताया।। चुन्नू अपनी ममी से बोला। गुब्बारे वाला गुब्बारे है लाया।। छोटे मोटे बडे बडे।। नीले पीले और हरे हरे।।   मुझ… Continue reading गुब्बारे वाला

जादुई दीपक

रमन की मां ने आवाज दी बेटा जल्दी आओ नाश्ता कर लो। रमन आंखें मलता मलता आया मां मैं सारा दिन स्कूल से आकर थक जाता हूं। थोड़ी देर सुस्ता लूं। रमन की मां बोली तुम बहुत ही आलसी हो गए हो। बच्चे एक घंटा हो गया तुम्हें उठाते उठाते। तुम्हें उठाना तो टेढ़ी खीर… Continue reading जादुई दीपक

समय की किमत

समय की किमत को पहचानो। समय पर  ही सब काम करनें की ठानों।। समय पर जागो, समय पर खाओ समय पर पाठशाला जाओ। समय पर ही हर काम करने की प्रेरणा अपनें मन में जगाओ।। समय के महत्व को  पहचानो। समय सारणी के अनुसार काम  कर नें की योजना अपने मन में ठानों।।   जीवन… Continue reading समय की किमत

मैं और मेरी किताबें

किताबों की दुनिया निराली है दोस्तों।   इसी से महकती है जीवन की फुलवारी दोस्तों।।   मैं और मेरी किताबें हरदम साथ रहते हैं। खुशी और गम दोनों साथ सहते हैं।।   कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हौसलों को बुलंद करती है। हरदम मुझे आगे बढ़ना सिखाती है।।   मैं और मेरी किताबें हरदम… Continue reading मैं और मेरी किताबें