कटोरी और घड़े की नोंक झोंक

एक घड़ा पानी से भरा भरा रहता था।। साफ स्वच्छ और लबालब धरा रहता था । उसके ऊपर एक कटोरी सदा ही शोभायमान रहती थी। शोभायमान होकर अपनी अकड़ दिखाती रहती थी । पात्र घडे के पास पानी पीने जाते । जल पीने के लिए उनके सामने अपना मुख नवातें। घड़ा प्रसन्नता पूर्वक उनको जल… Continue reading कटोरी और घड़े की नोंक झोंक

नेक उदयसेन

राजा केतभानु के छोटे से राज्य में प्रजा बहुत ही खुशहाल थी। राजा का वज़ीर उदयसेन बहुत ही नेक दिल इंसान था। वह  हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहता था।उसके पास जो कुछ भी बचता था वह सब गरीबों में बांट दिया करता था। राजा भी अपने वज़ीर पर बहुत विश्वास करता… Continue reading नेक उदयसेन

रहस्यमयी गुफा भाग6

भोलू जादू की तलवार पाकर बहुत ही खुश हुआ उसने सोनपरी को जाते वक्त वचन दिया था कि   उसके पिता को छुडा कर ही दम लेगा।वह जादू की तलवार को लेकर सुदूर पहाड़ों को पार करता हुआ चला आ रहा था। रास्ते में  पहाड़ी कंदराओं में उसे वापिस जादू की तलवार लाता देखकर सारे… Continue reading रहस्यमयी गुफा भाग6

रैन बसेरा

11/12/2018 चिड़िया के छोटे से घौंसलें  में रहता था एक परिवार। एक दूसरे से करते थे सभी प्यार।। घोंसले में मिलजुल कर साथ रहते थे। एक दूसरे की सहायता कर सदा सुखी  रहते थे।। चिड़िया के तीन बच्चे थे बड़े हो रहे। वे भी उधर उधर दाना चुग कर जीवनी  यापन कर रहे।। घोंसले में… Continue reading रैन बसेरा

मार्गदर्शक

मैं उस समय छठी कक्षा में पढ़ता था। मैं बचपन की यादों में जब झांकता हूं तो मेरे मानस पटल पर बचपन की यादें तरोताजा हो आती हैं ।मैं उसमें इतना भोला नहीं था जितना शक्ल से दिखाई देता था ।मैं और मेरे दोस्त हमेशा कक्षा में पढ़ने के इलावा शरारतें करने में मशहूर थे… Continue reading मार्गदर्शक