अनमोल हीरा

गिरिजा के पिता  रवि बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे अौर मम्मी ऑफिस में काम करती थी। गिरजा अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी ।उन्होंने उसे बहुत ही लाड़-प्यार से पाला था ।वह बहुत ही होनहार थी। उसका एक छोटा भाई भी था वह बहुत ही छोटा था गिरिजा बहुत ही होशियार थी… Continue reading अनमोल हीरा

नदी की कलकल धारा

नदी की बहती कलकल धारा। प्रकृति की छटा का अद्भूत नज़ारा वो तृषित धरा की प्यास बुझाती  नदियाँ। मन के  उथल पुथल भावों को निर्मल करती नदियाँ।। शान्त और तेज रफ्तार से बहती नदियाँ । दूर दूर से हर आने जानें राहगीरों की प्यास  और थकान को शान्त करती नदियाँ।। अलग अलग धारा में बहनें… Continue reading नदी की कलकल धारा

एहसास

स्कूल की घंटी जैसे ही बजी सभी बच्चे अपनी अपनी कक्षाओं में भागे। मैडम अंजली बच्चों को कक्षा में समय पर ना आने के लिए हमेशा डांट दिया करती थी। उन  अध्यापिका से सभी बच्चे डरते थे।  जब भी वह कक्षा में आती शांत सा वातावरण कक्षा में छा जाता। उन का खौफनाक चेहरा बच्चों… Continue reading एहसास

राजा और रंक

बहुत पुरानी बात है एक भिखारी रास्ते से चला जा रहा था।वह रोज  घने जंगल को पार करके किसी ना किसी घर से भिक्षा मांग कर अपना गुजारा करता था। थोड़ा बहुत हेरफेर करके जो कुछ कमाता उससे अपना पेट भरता था। आज भी  जब वह भीख मांग कर घर को  वापस आ रहा था… Continue reading राजा और रंक

नव वर्ष की नई चेतना

नए वर्ष की नई चेतना यह संदेशा लाई है। नए सपनों को नई सोच को उजागर करने का न्योता लेकर आई है।। नई वर्ष की नई उमंगे नई खुशियां लेकर आई है। अपने वतन की खातिर अपना कर्तव्य निभाने को उजागर हो आई है।। नई भोर की नई बेला हमें यह सिखाने आई है। छोड़ो… Continue reading नव वर्ष की नई चेतना