जीवन में नेक काम करना सीखो

नदियों के पानी का सम्मान करना सीखो। अपने जीवन में नेक  काम करना सीखो।। धरती मां वसुंधरा का सम्मान करना सीखो। प्रकृति से जुड़कर नेक काम करना सीखो।। अपने आसपास प्रदूषित वातावरण मत पनपाओ। अपने अराध्य को प्रसन्न करने वालों, नदी में कूड़ा करकट जहरीला पैदार्थ मत फैलाओ।। धरती मां की छाती को भेद  कर,… Continue reading जीवन में नेक काम करना सीखो

नन्हें मुन्नों तुम भी जागो

सुबह हो गई तुम भी जागो। नन्हे-मुन्ने तुम भी जीवन की भागदौड  में आगे ही आग भागोे।। चिड़िया भी चहचहा  रही है । अपनी चहचाहट से मधुर संगीत सुना रही है। धूप भी चमक कर अपनी छटा को लुभा रही है।। चांद और तारे भी छुप गए हैं। धरती माता की आगोश में समा गए… Continue reading नन्हें मुन्नों तुम भी जागो

स्वामी विवेकानंद

12 जनवरी 1863ई‌, पौष कृष्णा सप्तमी  मकर सक्रांति के दिन सुबह 6 बज कर 33 मिन्ट 33 सेकंड पर नरेंद्र नाथ जी का जन्म हुआ । वे विश्वनाथ दत्त  और  भुवनेश्वरी देवी  की छटी सन्तान थे।उनकी माता को विश्वास था कि काशी के वीरेश्वर शिव की कृपा से उन्हें पुत्र की प्राप्ति हुई ,इसलिए उन्होंने… Continue reading स्वामी विवेकानंद

ज़िन्दगी की परख

एक दूसरे की बातें बना कर इधर उधर समय गंवाते हम। शायद यह बात सभी को समझा पाते हम।। अपने आप की कमियों को नहीं तलाशते। दूसरे में बुराईयां खोजते फिरते हम। अपनी कमियों से सीख ले कर दूसरों को भी समझा पाते हम।। उपदेश तो सभी को देते फिरते। अपने आप अमल करनें से… Continue reading ज़िन्दगी की परख