एक किसान था। उसके एक बेटा था वह बहुत ही शरारती था। उसका नाम भोलू था। वह हमेशा शरारतें किया करता था। पढ़ने में उसका कभी दिल नहीं लगता था। वह स्कूल से भाग कर घर आ जाता था। गांव वालों को परेशान करना और पक्षियों को पत्थर मारना उसके फसलों को नष्ट कर देना… Continue reading नटखट भोलू
बंदर आया बंदर आया
बंदर आया बंदर आया। उछल कूद कर सारा घर सिर पर उठाया। पेड़ पर चढ़कर इधर उधर इठलाया। छज्जों पर हर जगह चढ़कर करता शैतानी। हर जगह धूम चौकड़ी मचा कर करता अपनी मनमानी। खो खो करता बंदर आया। हर आने जाने वाले राहगीरों को डराया। नकल करता बंदर आया। बंदर आया। मोटी शाखाओं पर… Continue reading बंदर आया बंदर आया
मेरी सहेलियां
देखो देखो यह मेरी सहेलियां। मुझे लगती है यह पहेलियां। मेरी सहेली अंजली हमेशा हंसती खिल खिलाती। नीलाक्षी है हमेशा पक्की दोस्ती निभाती। डिंपल रहती है चुप चुप। नेहा बातें करती है गुपचुप। तारुषि को कहते हैं सब भोली लेकिन वह है बंदूक की गोली। अर्चना है हमेशा गाना गाती। अंजना की लिखाई भी है… Continue reading मेरी सहेलियां
होनहार टफी
रामप्रकाश एक छोटे से कस्बे में रहने के लिए आए थे क्योंकि कुछ दिन पहले ही उनका तबादला सोनपुर के एक छोटे से कस्बे में हुआ था ।उन्होंने वहां पर एक घर किराए पर लिया हुआ था। उस घर में वह अपनी पत्नी के साथ रहते थे अभी उनकी शादी को दो-तीन महीने ही हुए… Continue reading होनहार टफी
चिन्टू और गडरिया
किसी गांव में एक गडरिया रहता था। वह भेड़ और बकरियों को चराने जंगल में ले जाया करता था। उसका एक बेटा था वह दो साल का था। कभी कभी वह उसको भी अपनें साथ भेड़ बकरियां चराने साथ ले जाता था। गडरिया हमेशा बीमार ही रहा करता था। वह सोचने लगा कि मेरे बाद… Continue reading चिन्टू और गडरिया
मेरा टॉमी
मेरा टॉमी बड़ा ही प्यारा। मेरी आंखों का है यह तारा। पूंछ हिला कर दौड़ा आता। भौं भौं करके मुझे बुलाता दूर इससे मैं रह न पाता। यह पास आकर मुझे सताता। मेरा टॉमी बड़ा ही प्यारा। मेरा आंखों का यह तारा सबके मन को भाने वाला। घर में है यह सब को हर्षानें वाला।… Continue reading मेरा टॉमी
लग्न से करो पढ़ाई
चुन्नू मुन्नू, आज तुम खड़े क्यों हो उदास? मत हिचकिचाओ कह दो खुलकर बिंदास। पुस्तक हाथ में लेकर करो पढ़ाई। मत करो आपस में हाथापाई। मन में विश्वास और उमंग जगाकर लग्न से करो पढ़ाई। तभी तो माता-पिता और गुरु जन सभी करेंगे तुम्हारी बढ़ाई। तुम कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते जाओगे। जो अभी तक ना… Continue reading लग्न से करो पढ़ाई
चोर सिपाही
बिहार के एक छोटे से गांव में जुम्मन एक रेडी चालक के रूप में काम करता था। वह मेहनत से जो कुछ भी कमा कर लाता उससे वह अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। उसने अपने बेटे लाखन को भी स्कूल में डाल दिया था। लाखन बहुत ही समझदार बच्चा था। जब वह… Continue reading चोर सिपाही
अनोखी गिनती
एक दो तीन चार। गाय की टांगें चार पांच छः, सात आठ। मकडी की टांगे आठ। नो दस ग्यारह बारह। एक दर्जन में होतें हैं बारह। तेरह चौदह, पन्द्रह सोलह। आठ दूनी होतें हैं सोलह। सतराह, अठारह, उन्नीस बीस। हमारे हाथ पांव की ऊंगलियां बीस। इक्कीस बाक्स, तेईस चौबीस। हमारे राष्ट्रीय झंडे में… Continue reading अनोखी गिनती
मजबूत बंधन
शिवानी और रुपेश के परिवार में उनकी छोटी सी बेटी रानी थी। शिवानी ने रुपेश के साथ प्रेम विवाह किया था। वह भी अपने मां बाप के विरुद्ध जाकर। शिवानी के माता-पिता ने उसे कहा था कि तुम ने अगर अपनी इच्छा से शादी करनी है तो हमारे घर के द्वार तुम्हारे लिए सदा के… Continue reading मजबूत बंधन