किसी जंगल में एक शेर रहता था। वह बहुत ही बूढा हो चुका था। शिकार करने के लिए इधर उधर ज्यादा भाग नहीं सकता था। आसपास जो भी शिकार मिलता उसको मार कर खा लेता था। एक दिन की बात है कि एक बकरियों से भरा ट्रक शहर की ओर जा रहा था। उसमें से… Continue reading शेर और बकरी की मित्रता
इंतकाम
एक छोटे से गांव में जमुना नाम की औरत रहती थी। किसी को भी उस औरत के बारे में जानकारी नहीं थी। वह कौन है? और कहां से आई थी? उसके साथ उसका छोटा सा 9 साल का बच्चा था। अनु स्कूल जाता उसकी मां उसे प्यार से स्कूल भेजती। वह अपने बेटे को सुबह… Continue reading इंतकाम
झूठा नकाब
शैलेंद्र और शालू के घर में उनकी बेटी स्वीटी और एक बेटा अभि था। स्वीटी तो बचपन से ही चंचल और चुलबुली थी। वह बचपन से ही नर्स बनने का सपना देखा करती थी। गुड्डा गुड़ियों के खेल खेलते हुए भी वह नर्स बनकर इंजेक्शन लगाती रहती थी। एक दिन उनके घर में दूर के… Continue reading झूठा नकाब
हकीकत
अधिराज के परिवार में उनका लड़का लाखन था। वह एक प्रतिष्ठित जाने-माने व्यापारी थे। उनका बेटा लाखन बहुत ही चंचल स्वभाव का था। जब भी स्कूल जाता चमचमाती गाड़ी उसका इंतजार करती। खाने में भी सौ नखरे दिखाता। मां मैं यह नहीं खाता मैं तो बस पूरी हलवा और मिठाई। ना जाने क्या क्या? जब… Continue reading हकीकत
दोस्त वही जो मुसीबत में काम आए
किसी गांव में एक नाई रहता था। वह गांव के लोगों के बाल काटता। सेव करता और लोगों की मसाज करता। गांव में बहुत लोग उस से बाल कटवाते। सारी गांव में केवल वही एक नाई था। उसकी दुकान पर लोगों का जमघट लगा रहता था। लोगों के साथ प्यार से पेश आता था। लोग… Continue reading दोस्त वही जो मुसीबत में काम आए
क्रूर सिंह
एक गांव में बहुत ही लंबा चौड़ा हट्टा-कट्टा एक आदमी रहा करता था। उसके हाथों से एक बार किसी का खून हो चुका था। वह खून उसने नहीं किया था। मगर साबित हो जाने पर उसे जेल वालों ने उसे छोड़ दिया था। वह काफी दिन तक जेल की हवा खा कर आया था। इसलिए… Continue reading क्रूर सिंह
चतुर गुड्डी
कुणाल और कनिका के घर में एक प्यारी सी बच्ची ने जन्म लिया। उन्होंने अपनी बेटी का नाम रखा रानी। प्यार से उसे गुड़िया कह कर पुकारते थे। गुड्डी 4 साल की हो चुकी थी। अपने मम्मी पापा से ना जाने कितने सवाल करती रहती थी? उसकी मम्मी ने कहा कि गुड्डी इधर आना। वह… Continue reading चतुर गुड्डी
बुद्धू राम का कारनामा
किसी गांव में एक भोला भाला आदमी रहता था। वह बुधवार को पैदा हुआ था इसलिए उसकी मां ने उसका नाम बुधराम रखा था। बाद में सब लोग बुद्ध राम न कह कर उसे सब बुद्धू राम बुलाते थे। इतना भोला था कि वह किसी को भी तंग तो क्या करना किसी को भी कुछ… Continue reading बुद्धू राम का कारनामा
नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर
एक छोटे से गांव में एक व्यापारी रहा करता था। वह छोटी-छोटी वस्तु को बेचने के लिए गांव से दूर दूर तक जाया करता था। व्यापारी का नाम था रोहित। उसका एक छोटा सा बेटा था नीटू। रोहित की मां पुरानी विचारधारा वाली स्त्री थी। कहीं भी जाना हो अगर बिल्ली रास्ता काट जाए तो… Continue reading नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर
अधूरा मिलन
विकी और निकी दो भाई थे दोनों ही सुबह जल्दी उठ जाते थे। उनकी मम्मी उन्हें सुबह जल्दी उठा देती थी क्योंकि उनकी वार्षिक परीक्षा नजदीक आ रही थी। एक घंटा सुबह के पढ़ने के बाद वह रोज दोनों बगीचे में सैर करने आ जाते थे। बगीचा घर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर था।… Continue reading अधूरा मिलन