दोस्ती की मिसाल

किसी घने जंगल में बहुत सारे जानवर रहते थे शेर जंगल का राजा था। शेर जानवरों को मारकर खा जाया करता था। शेर का एक मंत्री था भालू। एक दिन शेर ने भालू को बुलाया और कहा कुछ दिनों के लिए मैं अपनी नानी मां के पास जाना चाहता हूं। क्योंकि मेरी नानी मां बीमार… Continue reading दोस्ती की मिसाल

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चार दोस्त

कौवा बिल्ली लोमड़ी और हिरन यह चार दोस्त थे। चारों मिल जुल कर रहते थे। वह कभी भी आपस में किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते थे। जंगल में वैसे तो बहुत सारे जानवर थे परंतु यह चारों दोस्त पास पास ही रहते थे। बिल्ली को तो एक शिकारी ने अपने घर में ही पाल रखा… Continue reading चार दोस्त

न्याय की गुहार

रोहित अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके माता-पिता मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते थे। उसके माता पिता ने अपने बेटे की परवरिश में कोई कसर नहीं छोड़ी थी वह भी हमेशा अपने माता पिता का आदर सम्मान करता था।वह बड़ा हो चुका था अपने माता पिता के संस्कार उसमें कूट-कूट कर भरे पड़े… Continue reading न्याय की गुहार

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जादुई शौल

चिंटू मिंटू और बिट्टू तीनों पक्के दोस्त थे। तीनों बच्चों के माता-पिता अपने बच्चों के साथ पहाड़ी स्थल पर यात्रा करने गए हुए थे। देहरादून पहुंचने पर वह दूसरे दिन रमणीय स्थल को देखने निकल पड़े तीनों बच्चे साथ-साथ चल रहे थे। उनके माता पिता ने उन्हें कहा बेटा साथ साथ ही रहना आगे मत… Continue reading जादुई शौल

चुहे और बिल्ली की दोस्ती

सुखबीर और पारो एक छोटे से घर में रहते थे पारो हर रोज घर की सफाई करती रसोई में हर रोज उसे रोटी के छोटे-छोटे टुकड़े मिलते। उसने एक दिन अपने पति सुखबीर को कहा कि मैं गाय को हर रोज  रोटी रखती हूं परंतु यह रोटी तो हर रोज चूहा कुतर जाता है। यह… Continue reading चुहे और बिल्ली की दोस्ती

ढोंगी बाबा

यह कहानी एक मध्यम वर्गीय परिवार की है शैलेंद्र के परिवार में उसकी पत्नी और एक बेटा था। उनका बेटा बहुत ही शरारती था शैलेंदर उसकी खूब पिटाई करता था। शैलेंद्र नें अपने बेटे को बहुत समझाया था परंतु उसके कानों में जू तक नहीं रेंगती थी। पहले की तरह ढीठ था। शैलेंद्र ने  टीवी… Continue reading ढोंगी बाबा

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नन्हा जासूस

एक छोट सेे गांव की छोटी सी बस्ती में झुग्गी झोपड़ी वाले रहते थे। उनके छोटे-छोटे बच्चों ने भी स्कूल में दाखिला ले लिया था। उनकी बस्ती का एक लड़का था दीनू वह भी स्कूल जाने लगा था। जब बच्चे स्कूल में पढ़ते तो उसका ध्यान पढ़ने में नहीं लगता था क्योंकि उसको घर में… Continue reading नन्हा जासूस

शिवानी का सपना

शिवानी अपनी मां को लेकर 10 किलोमीटर दूर अस्पताल लेकर आई थी क्योंकि उसकी मां बहुत बीमार थी। वह अपनी मां को यूं हर रोज बीमारी से तड़पता देख नहीं सकती थी। शिवानी ने सोचा कि मैं अपनी मां को गांव के इसी अस्पताल में दाखिल करवा देती हूं। उसके पिता ने उसे कहा था… Continue reading शिवानी का सपना

दासी पुत्र की सूझबूझ

बहुत समय पहले की बात है कि किसी नगरी में एक राजा राज करता था। राजा अपनी प्रजा के सामने अच्छा बनने की कोशिश करता था परंतु वह दिखावे के लिए ही प्रजा के सामने अच्छा बनने की कोशिश करता था। उस राजा जैसा निर्दयी कोई भी उसके राज्य में नहीं था । राजा के… Continue reading दासी पुत्र की सूझबूझ

पेजल

पेजल अपने माता-पिता के साथ एक छोटे से गांव में रहती थी। उसके एक छोटा सा भाई भी था। वह अपने भाई को बेहद प्यार करती थी। एक दिन उसके मम्मी पापा अपने किसी पड़ोस के परिवार में  बिमार  व्यक्ति का हाल-चाल जानने के लिए गए थे। उन्होंने पेजल से कहा कि एक वह एक… Continue reading पेजल