कविता के नाम से पहचाने जाने वाली महिला इतनी मशहूर नहीं थी। उसको कविता नाम से कोई नहीं पहचानता था जितना कि सारे मोहल्ले के बच्चे उन्हें मौसी के नाम से पुकारते थे। मौसी-मौसी कहकर सारे बच्चे उन्हें घेर लेते। उनसे हर रोज कहानी की फरमाइश करते हुए भी बच्चों को जिस दिन ना देख… Continue reading कविता मौसी