परमार्थ

मिट्टी का माधो बनकर तू एक दिन रह जाएगा।  बुराइयों के दलदल में पड़ कर बचाखुचा समय यूं व्यर्थ गंवाएगा।। मानव जीवन है अनमोल।  सच्चाई से बढ़कर नहीं है इसका तोल।।  झूठ के बल पर तू कब तक मुकाम हासिल कर पाएगा?।  जिंदगी में सदा अकेला होकर फिर तू पछताएगा ।  जीवन में जिन को… Continue reading परमार्थ