किसी नगर में एक सेठ रहता था। वह बहुत ही कंजूस था। किसी को भी ₹1 तक भी दान में नहीं देता था। उसकी दुकान पर पर अगर कोई मांगने वाला भिखारी भी आता था तो वह सेठ फटकार मार-मार कर उसे भगा दिया करता था। उसने अपनी दुकान पर एक मुनीम रखा था जो… Continue reading मुनीम दयाराम
Author: Meena
बचपना
रघु और राघव दो दोस्त थे। रघु देखने में सुंदर चंचल स्वभाव और शरारतें करने में माहिर। राघव शांत और एकदम गंभीर। दोनों एक ही मोहल्ले में रहते थे। रघु अमीर परिवार का बेटा था। राघव एक मध्यमवर्गीय परिवार का। रघु के पिता जाने-माने प्रतिष्ठित व्यापारी थे। रघु और राघव दोनों एक ही स्कूल में… Continue reading बचपना
दहेज का नकाब
अंकित और आशिमा के परिवार में उनकी नन्ही सी बेटी श्वेता और साहिल थे। दोनों ही बच्चे बड़े प्यारे थे। दोनों का बचपन बड़े ही आराम से गुजरा। धीरे-धीरे बचपन की दहलीज को पार करके उन्होंने जवानी में कदम रखा। एक दिन श्वेता अपने पापा की गाड़ी लेकर कॉलेज गई। उनकी गाड़ी एक सेठ के… Continue reading दहेज का नकाब
पिन्कु और जादू की परियां
एक बच्चा था उसका नाम था पिंकू। वह बहुत ही होनहार लड़का था वह हर काम को बहुत होशियारी से किया करता था। एक दिन जब वह स्कूल से आ रहा था तो उसे एक जूता दिखाई दिया। वह इतना चमचम कर रहा था वैसे वह उस जूते को देखकर मोहित हो गया। उसने वह… Continue reading पिन्कु और जादू की परियां
उजाले की किरण
गौरव और गरिमा के परिवार में उनका बेटा अतुल। वे एक छोटे से मकान में रहते थे। उन्होंने अपने मकान की निचली मंजिल किराए पर दी थी। उनके मकान में जिन्होंने मकान किराए पर लिया था वह भी गौरव के साथ ही ऑफिस में काम करता था। गौरव एक बैंक में मैनेजर के पद पर… Continue reading उजाले की किरण
देर आ दुरूस्त आ
पियूष जल्दी से घर पहुंचना चाहता था क्योंकि आज वह काफी थक चुका था। ऑफिस में बॉस से कहा सुनी हो गई घर में पत्नी से नोकझोंक इस आदत से वह बहुत ही तंग आ चुका था । कुछ दिनों से उसे बहुत ही गुस्सा आ रहा था क्योंकि घर पर उसकी पत्नी उससे हर… Continue reading देर आ दुरूस्त आ
देवव्रत
पुरानी समय की बात है किसी नगर में एक राजा रहता था।।वह राजा अपनी प्रजा को खुश देखकर बहुत खुश होता था ।उसके राज्य में सभी लोग सुखी थे उस ने अपने पास एक सलाहकार नियुक्त किया था। वह राजा को अच्छी सलाह दिया करता था । वह एक अच्छा सलाहकार नंही था।वहबिना सोचे समझे… Continue reading देवव्रत
होनहार दामाद
बहुत समय पहले की बात है कि किसी नगरी में एक राजा राज करता था। राजा अपनी प्रजा के सामने अच्छा बनने की कोशिश करता था परंतु वह दिखावे के लिए ही प्रजा के सामने अच्छा बनने की कोशिश करता था ।उस राजा जैसा निर्दयी कोई भी उसके राज्य में नहीं था । राजा के… Continue reading होनहार दामाद
झूठा सौदा
बग्गा एक रिक्शाचालक था एक छोटी सी खोली में रहता था। वह रात-दिन मेहनत मजदूरी करके अपने तथा अपने बच्चों का पेट भरता था ।उसका एक बेटा था वह सोचता था कि वह अपने बच्चों को खूब पढ़ आएगा। वह तो कुछ नहीं बन सका मगर किसी ना किसी भी किसी तरह वह अपने बच्चे… Continue reading झूठा सौदा
शेर और बकरी की मित्रता
किसी जंगल में एक शेर रहता था। वह बहुत ही बूढा हो चुका था। शिकार करने के लिए इधर उधर ज्यादा भाग नहीं सकता था। आसपास जो भी शिकार मिलता उसको मार कर खा लेता था। एक दिन की बात है कि एक बकरियों से भरा ट्रक शहर की ओर जा रहा था। उसमें से… Continue reading शेर और बकरी की मित्रता