वर्षा आई वर्षा आई

वर्षा आई वर्षा आई। बच्चों के मन को खूब भाई।। काम छोड़कर सारे भागे। मुस्कान लिए अधरों पर, बच्चे भागे।। आसपास पास के बच्चों की टोली भी आई। वर्षा आई वर्षा आई सभी के मन को खूब भाई।। रेल बनाकर दौड़े आए। झूला झूलने सारे आए। बच्चों ने सावन के गीत बनाए। गा गा कर… Continue reading वर्षा आई वर्षा आई

नन्ही चिड़िया

पेड़ों पर चहचहाती चिड़ियां। शाखाओं पर मंडराती चिड़िया।। अपनी चहचाहट से सबके मन को लुभाती चिड़िया। एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर अटखेलियां करती चिड़िया।। अपने मधुर संगीत से सबके मन को हर्षाती चिड़िया एक डाल से दूसरी डाल तक की यूं फुदकती जाती चिड़िया।। सुबह से दोपहर तक एक पंक्ति में इकट्ठे होकर दाना… Continue reading नन्ही चिड़िया

बेटियां

अपनी तकदीर से जहां को रोशन करती है बेटियां। बेटियों से संसार में बहार होती है। बेटियां तो जहां की दिलदार होती हैं।। बेटियों से ही घर की शोभा शोभायमान होती है। बेटियां तो रुतबा शोहरत और तख्तो-ताज की हकदार होती हैं।।   बचपन में मां-बाप की दहलीज पर पली युवा होने तक उन से… Continue reading बेटियां