एक छोटे से पहाड़ की तलहटी पर झबरु अपनी मां छमिया के साथ रहता था। झबरू भोली मुस्कान लिए जब अपनी मां की ओर देखता तो उसकी मा फूली नहीं समाती। थोड़ी देर बाद उस की मां को पता नहीं क्या सूझता वह उसको डांटने लग जाती कहती कि जल्दी ही अपना काम किया करो।… Continue reading (झबरु)