अंधा और कुबड़ा

दो मित्र एक अंधा और कुबड़ा दोनों एक मोहल्ले में थे रहते।मिल बांट कर खाते तथा इकट्ठे जीवन यापन करते।।अंधे को लोग ज्यादा भीख थे दे दिया करते।कूबडे को लोग कम थे पसंद किया करते।। अंधे और कुबडे दोनों में ईर्ष्या की आग भड़की ।एक दिन वह आग शोला बनकर थी पनपी।।कूबडे ने अंधे से… Continue reading अंधा और कुबड़ा