हे पर्वत राज हिमालय

हे! पर्वत राज हिमालय भारत मां की देवभूमि,गौरव की खान ।विशालता,विस्तृतता,उच्चता की पहचान । उतर में कश्मीर से ले कर पश्चिम में असाम तक फैला हुआ गिरीराज ।साकार,दिव्य विश्वकी सबसे ऊंची चोटी एवरैस्ट चोटी का सरताज।हे पर्वतराज हिमालय तू गुणों की खान ।युगों-युगों से अचल रह कर , करता हर कोई तुम्हारा गाता गुणगान।हे पर्वतराज… Continue reading हे पर्वत राज हिमालय