रमिया

रमिया अपनी जुडवां बेटियों के साथ रेल की पटरी पर बैठे बैठे गाड़ी के आने का इंतजार कर रही थी। वह अपने मन में विचार कर रही थी गाड़ी न जानें कब जैसे आएगी। वह अपनी बेटियों को साथ लेकर काम करनें के लिए जाती थी। उसे और उसकी बेटियों को भूख भी बड़े जोर… Continue reading रमिया

(मस्ती की पाठशाला) कविता

लुक्का छिपी लुकाछिपी खेल खेल कर साथ मिल कर खेलो खेल। हम सब बच्चे मिलकर बनाएं अपनी रेल।। छुक छुक छुक छुक करती आई रेल। सीटी बजाती आई रेल।। एक दो तीन चार, पांच छः सात, आठ नौ दस ग्यारह। आज मौसम बहुत ही प्यारा।। मेरे साथ मिलकर तुम गांओ यह गाना। डम डम डिगा… Continue reading (मस्ती की पाठशाला) कविता

अनमोल हीरा

गिरिजा के पिता  रवि बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे अौर मम्मी ऑफिस में काम करती थी। गिरजा अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी ।उन्होंने उसे बहुत ही लाड़-प्यार से पाला था ।वह बहुत ही होनहार थी। उसका एक छोटा भाई भी था वह बहुत ही छोटा था गिरिजा बहुत ही होशियार थी… Continue reading अनमोल हीरा

एहसास

स्कूल की घंटी जैसे ही बजी सभी बच्चे अपनी अपनी कक्षाओं में भागे। मैडम अंजली बच्चों को कक्षा में समय पर ना आने के लिए हमेशा डांट दिया करती थी। उन  अध्यापिका से सभी बच्चे डरते थे।  जब भी वह कक्षा में आती शांत सा वातावरण कक्षा में छा जाता। उन का खौफनाक चेहरा बच्चों… Continue reading एहसास

राजा और रंक

बहुत पुरानी बात है एक भिखारी रास्ते से चला जा रहा था।वह रोज  घने जंगल को पार करके किसी ना किसी घर से भिक्षा मांग कर अपना गुजारा करता था। थोड़ा बहुत हेरफेर करके जो कुछ कमाता उससे अपना पेट भरता था। आज भी  जब वह भीख मांग कर घर को  वापस आ रहा था… Continue reading राजा और रंक

साहसी शिब्बू

शिब्बू जल्दी में स्कूल जा रहा था। शिब्बू को स्कूल पहुंचने में देर हो गई थी। स्कूल में निरीक्षक महोदय आए हुए थे। वह थोड़ा देर से स्कूल पहुंचा था। मैडम ने उस को कहा देर से आने वाले बच्चे बेंच पर खड़े हो जाओ अधीक्षक महोदय उस के पास आए बोले तुम्हें देर कैसे… Continue reading साहसी शिब्बू

बुरे काम का बुरा नतीजा

एक छोटे से गांव में एक ग्वाला और ग्वालिन रहते थे। ग्वालिन गांव में दूध बेचकर अपना भरण पोषण करती थी। ग्वालिन अपना काम बहुत ही अच्छे तरीके से किया करती थी। उसका पति उसके स्वभाव के बिल्कुल विपरीत था। वह जो कुछ   मेहनत से  कमाती उसका पति उसकी मेहनत को बेकार कर देता था।… Continue reading बुरे काम का बुरा नतीजा

जादुई जूते

बहुत समय पहले की बात है कि एक छोटे से गांव में राजू अपने माता पिता के साथ रहा करता था। वह छठी कक्षा का छात्र था। उसके माता-पिता मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते थे। वह बहुत ही भोला भला छात्र था। हर रोज स्कूल जाता था। अपने माता-पिता का हमेशा कहना मानता था।… Continue reading जादुई जूते

अभिमान का परिणाम

11/12/2018 किसी जंगल में एक शेर रहता था। जंगल में सभी जानवर शेर के आतंक से डर कर रहते थे।वह कभी ना कभी उनको मार कर खा जाया करता था। एक दिन सभी जानवरों ने राजा को कहा कि आपका कर्तव्य है हमारी रक्षा करना। आप ही हमें नुकसान पहुंच जाओगे तो हम कभी भी… Continue reading अभिमान का परिणाम

अच्छी आदतें भाग(2) | मुहावरों का प्रयोग

रामू घर आकर बोला मां मेरे पेट में चूहे हैं कूद रहे। मां धमा चौकड़ी मचा कर परेशान है कर रहे।। मां आकर बोली तू है मेरी आंख का तारा। प्यारा प्यारा राज दुलारा।। पढ़ाई में हमेशा ध्यान लगाना। कक्षा में इस बार भी अव्वल आ कर दिखाना।। रामू बोला बहना से :-तू क्यों मुझ… Continue reading अच्छी आदतें भाग(2) | मुहावरों का प्रयोग