सच्चा साथी चंपू

चिंटू बहुत ही प्यारा बच्चा था ।वह हर काम को बड़ी होशियारी से करता था। वह रोज अपने साथियों के साथ स्कूल जाता । शाम को स्कूल से आते वक्त वह अपने दोस्त के साथ खूब बातें करता। उसके साथ खूब मौज मस्ती करता ।उसको खाने को भी ले जाता कभी बिस्कुट, कभी मूंगफली कभी… Continue reading सच्चा साथी चंपू

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पंडिताइन की सूझबूझ

एक पंडित जी थे ।वह अपने मोहल्ले में पूजा-पाठ के लिए बहुत प्रसिद्ध थे ।उन्हें लोग दूर-दूर से पूजा पाठ के लिए अपने घर ले जाते थे। पंडित भी सभी घरों में पूजा पाठ के लिए जाते थे। जो कुछ मिलता था उसी से वह अपना तथा अपने परिवार का पालन पोषण करते थ।े अब… Continue reading पंडिताइन की सूझबूझ

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अनमोल हीरा

गिरजा के पिता बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे । मम्मी ऑफिस में काम करती थी। गिरजा अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी उन्होंने उसे बहुत ही लाड़-प्यार से पाला था ।वह बहुत ही होनहार थी। उसका एक छोटा भाई भी था वह बहुत ही छोटा था गिरिजा बहुत ही होशियार थी ।वह… Continue reading अनमोल हीरा

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जान बची तो लाखो पाए

तीन चचेरी बहनें थी ।दो बहने तो मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखती थी परंतु उनमें से एक थोड़ी अमीर थी। तीनों ने अपने मनपसंद लड़के के साथ शादी कर ली ।पहली बहन का पति लक्कड़ हारा था ।वह लकड़ियां बेच कर अपना जीवन चला रहा था ।तीनो बहने साथ साथ घर में ही रहती… Continue reading जान बची तो लाखो पाए

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मासूम रीया

रीया और प्रिया दो बहने थी ।दोनों ही चंचल प्रवृत्ति की थी। छोटी का नाम रीया और बड़ी का नाम प्रिया था। प्रिया पढ़ने में बहुत होशियार थी मगर ,रिया पढ़ने में इतनी तेज नहीं थी ।।प्रिया हमेशा अपनी कक्षा में प्रथम आती थी ।उसके अध्यापक और उसके माता पिता भी उसे बहुत प्यार करते… Continue reading मासूम रीया

होनहार टफी

रामप्रकाश एक छोटे से कस्बे में रहने के लिए आए थे क्योंकि कुछ दिन पहले ही उनका तबादला सोनपुर के एक छोटे से कस्बे में हुआ था ।उन्होंने वहां पर एक घर किराए पर लिया हुआ था। उस घर में वह अपनी पत्नी के साथ रहते थे अभी उनकी शादी को दो-तीन महीने ही हुए… Continue reading होनहार टफी

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नहले पर दहला

किसी गांव में एक कुम्हार रहता था। उसका एक बेटा था उसका नाम कृष् था। कुम्हार मिट्टी के बर्तन बनाता था उससे उसको अच्छे दाम मिल जाते थे ।वह घड़े भी सुंदर सुंदर बनाता था जब वह उन घड़ो को बनाता था तो उसका बेटा भी उसे बड़े ध्यान से देखता रहता था। वह स्कूल… Continue reading नहले पर दहला

समझदार दोस्त

विकी जैसे ही घर आया वह बहुत खुश था क्योंकि आज उसका वार्षिक परीक्षा परिणाम निकल चुका था वह अपनी कक्षा में प्रथम आया था। उसके मम्मी पापा एक मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते थे उन्होंने उससे वादा किया था कि अगर तुम इस बार अपनी कक्षा में अच्छे अंक लेकर उत्तीर्ण हो गए… Continue reading समझदार दोस्त

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लालची किसान

एक किसान था वह खूब मेहनत करता और अपनी फसलों को लहलाता देख कर खुशी से फूला नहीं समाता था ।वह रोज सुबह जल्दी उठता और शाम तक काम करता और अपनी हरी-भरी फसलों को देखकर खुश होता ।उसकी पत्नी घर का काम करती थी चाहे वर्षा हो गया आंधी तूफान आए अपने खेतों में… Continue reading लालची किसान

समझदार दोस्त

विकी जैसे ही घर आया वह बहुत खुश था क्योंकि आज उसका वार्षिक परीक्षा परिणाम निकल चुका था वह अपनी कक्षा में प्रथम आया था। उसके मम्मी पापा एक मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते थे उन्होंने उससे वादा किया था कि अगर तुम इस बार अपनी कक्षा में अच्छे अंक लेकर उत्तीर्ण हो गए… Continue reading समझदार दोस्त