खुशी से झुमें गाएं आओ एक ऐसा घर बनाएं। जहां हमेशा खुशी से झूमे गाएं। जहां खुशियां ही खुशियां हो। अपनों के चेहरे पर कभी ना सिसकियां हो।। बच्चे कभी ना करें आपस में लड़ाई। मिल बांट कर खाने की रौनक उनके चेहरों पर हमेंशा दे दिखाई।। घर के वातावरण में ना कड़वाहट हो। हर… Continue reading खुशी से झुमें गाएं
Author: Meena
प्रकृति की मूल्यवान धरोहर उजड़ते वन
एक किसान था वह बहुत ही गरीब था। वह एक दिन सोचने लगा। कि क्यों ना मैं भी अमीर बन जाऊं? जिससे मेरा जीवन सार्थक बन जाए। वह अपने घर में बैठा-बैठा योजना बनाने लगा ऐसा मैं क्या करूं? जिससे मेरा सारा जीवन आराम से कटे। वह सपनों की साकार दुनिया में हिलोरे खानें लगा।… Continue reading प्रकृति की मूल्यवान धरोहर उजड़ते वन
नन्हें हाथों का कमाल
एक दिन रिया घर में लगी थी चित्र बनाने। चित्र में रंग भर भर कर लगी थी उसे सजाने।। छोटी टिया ने आकर चित्र बनाने का मजा किरकिरा कर दिया। उसकी रही सही मेहनत पर पानी फिरा दिया।। टीया अपनी बहना को उदास देखकर लगी उसे मनाने। कान पकड़ पकड़ कर हाथ जोड़कर लगी उसे… Continue reading नन्हें हाथों का कमाल
नये युग का आह्वान करें हम
नए युग का आह्वान कर कदम से कदम मिला कर चलें हम। जन मानस में परिवर्तन कर उनकी खोई खुशियां लौटा सके हम।। ईश्वर की इच्छा में अपनी इच्छा मिला कर चले हम। नव युग के अनुरुप अपने को अनुकूल बना लें हम।। आंधी तुफानों से टकरानें की अपेक्षा समय रहते अपने को झुका लें… Continue reading नये युग का आह्वान करें हम
नशा नाश का दूजा नाम
नशा नाश का दूजा नाम। घर की बर्बादी है इसका काम।। नशे से अपनें बच्चों को बचाना। तुम उन्हें प्यार से समझा कर होश में लाना।। उसकी जग में तो होगी ही जग हंसाई। अपनी रही सही इज्जत भी समझो तुम ने गंवाई।। नशे की आदत से बचो दुनिया वालों। अभी भी वक्त है संभल… Continue reading नशा नाश का दूजा नाम
आज का काम कल पर मत छोड़ो
आज का काम कल पर मत छोड़ो। अपनी इस आदत को जल्दी बदल डालो।। कल कल करते करते आज कभी नहीं आएगा। अरे! मानव इस भाग दौड़ में तू हमेशा पीछे छूट जाएगा।। जिंदगी में कुछ करना चाहते हो तो हवाई किले बनाना बंद करो। कुछ नया करके उत्साह के साथ आगे बढ़ो।। दृढ निष्ठा… Continue reading आज का काम कल पर मत छोड़ो
आओ पर्यावरण दिवस पर करें हम परोपकार
आओ पर्यावरण दिवस पर करें हम परोपकार। एक नहीं दस दस वृक्ष लगा कर देश का करे उद्धार। वृक्ष है जन जन की मूल्यवान संपत्ति। यह व्यक्ति में खुशहाली और समृद्धि को है दर्शाती। पर्यावरण संतुलन पर संकल्प ले कर हर बच्चा इस पर करो विचार।। पर्यावरण से पैदा होने वाली विभीषिका के मूल पर… Continue reading आओ पर्यावरण दिवस पर करें हम परोपकार
धरती की मूल्यवान धरोहर भाग 2
नंदलाल अपना परीक्षा परिणाम जानने के लिए स्कूल गया था। उसका बारहवीं कक्षा का परिणाम आने वाला था। वह मन ही मन सोच रहा था कि हे भगवान! इस बार तो मुझे पास कर ही दो। यह पढ़ाई वढ़ाई मे रे बस की बात नहीं। बस इंटरव्यू देकर कहीं नौकरी कर लूंगा। उसको पढ़ने का… Continue reading धरती की मूल्यवान धरोहर भाग 2
दावानल
शेखर और उसकी पत्नी एक छोटे से गांव में रहते थे। शेखरको शराब पीने की आदत थी वह शराब को छोड़ता नहीं था। उसकी पत्नी अपने पति की इस आदत से बहुत परेशान रहती थी। वह सोचती काश मेरा पति शराब पीना छोड़ देता तो वह भी अच्छा इंसान बन सकता है। दिल का अच्छा… Continue reading दावानल
आत्मविश्वास
सीता और गीता स्कूल में इकट्ठे शिक्षा ग्रहण कर रही थी। सीता के माता पिता ऑफिस में काम करते थे। सीता एक मेहनती लड़की थी। एक दिन उसके माता-पिता ने उसे अपने पास बुलाया और कहा बेटा हम चाहते हैं कि तुम हमें बताओ कि तुम आगे चलकर क्या बनना चाहती हो? वह बोली मां… Continue reading आत्मविश्वास