किसी गांव में नीधी और विधि दो बहने थी। इन दोनों के पति किसी दुर्घटना में मर चुके थे उनके कोई भी बच्चा नहीं था वह चाहती थी कि अगर कोई बच्चा उन्हें गोद मिल जाता तो बहुत ही अच्छा था ।उन्हें गांव के लोगों ने बताया कि तुम अनाथालय से अपनी इस इच्छा को… Continue reading (देवव्रत)
Category: Stories
This section contains short hindi stories.
ईश्वर
एक दिन गोलू अपनी मां की गोद में झूमते हुए बोला मां चलो खेलते हैं उसकी मां अपने बच्चे को को प्यार देना थी क्योंकि वह जानती थी कि मेरा गोलू अपने पापा के प्यार से वंचित रह जाता है ।वह अपने पापा की गोद में बैठना चाहता है । उस बच्चे के पापा के… Continue reading ईश्वर
मार्ग दर्शक
मैं उस समय छठी कक्षा में पढ़ता था। मैं बचपन की यादों में जब झांकता हूं तो मेरे मानस पटल पर बचपन की यादें तरोताजा हो आती हैं ।मैं उसमें इतना भोला नहीं था जितना शक्ल से दिखाई देता था ।मैं और मेरे दोस्त हमेशा कक्षा में पढ़ने के इलावा शरारतें करने में मशहूर थे।… Continue reading मार्ग दर्शक
भोलू पंडित
किसी गांव में एक बुढ़िया रहती थी उसके एक ही बेटा था उसका नाम था भोलू ।भोलू पढ़ने लिखने में ध्यान नहीं देता था। वह किसी की बात ध्यान से नहीं सुनता था ।अपना काम भी ठीक ढंग से नहीं करता था इसलिए सभी उसे बुद्धू कहकर पुकारते थे। उसकी मां अपने बेटे के सिर… Continue reading भोलू पंडित
(अब पछतावे होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत)
किसी गांव में रोशनी नाम की एक औरत रहती थी ।वह भिक्षा मांग मांगकर अपना जीवन यापन कर रही थी। वह बहुत ही आलसी थी। वह कभी भी नहीं सोचती थी कि मेहनत करके भी वह अपना पेट भर सकती है। गांव के लोग उसे कहते थे कि तुम्हें भगवान ने काम करने के लिए… Continue reading (अब पछतावे होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत)
बांकू और कालू
किसी जंगल में हिरणों का झुंड रहता था। उन हिरणों के झून्डों में से दो हिरण एक दूसरे के बहुत ही गहरे मित्र थे। एक का नाम था कालू और दूसरे का नाम था बांकू। बांकू और कालू की दोस्ती देखकर सारे हिरणो को ईर्ष्या होती थी। वह चाहते थे कि इन दोनों की दोस्ती… Continue reading बांकू और कालू
जल का महत्व
नल को यूं ना खुला छोड़ो।। जल से अपना नाता जोड़ो। जल की उपयोगिता सब को समझाओ। यूं ना एक बूंद बूंद को व्यर्थ गंवाओ। जल है जीवन का आधार। यूं न करो इसे बेकार।। घर की फुलवारी का बहते पानी की नाली से नाता जोड़ो।। पानी की बूंद बूंद को यूं ना बहता छोड़ो।… Continue reading जल का महत्व
अनोखा मिलन
अनोखा मिलन आज होली का दिन था ।सभी बच्चे अपने घरों में होली खेल रहे थे। नन्हा सा रौनित भी होली खेलना चाहता था पर उसकी मां उसे कभी होली खेलने नहीं भेजती थी। रौनित का दिल करता कि वह भी पानी से भरी बाल्टी में पिचकारी से रंग खेले, परंतु उसकी मां ने उसे… Continue reading अनोखा मिलन
(होली का त्योहार)
होली त्योहार है उल्लास के रंगों में सराबोर होने का। खुशियों और उमंगो का। होली त्यौहार है रागदैष को भुलाकर एक दूसरे के गले मिलने का। यह त्योहार है एकता और भाईचारे का। बुराई अंह कार और नकारात्मक रूपी राक्षस को जलाने का। निरसता को दूर करने का। एक दूसरे के रीति-रिवाज को अपनाने का।… Continue reading (होली का त्योहार)
(आज का काम कल पर मत छोड़ो)
आज का काम कल पर मत छोड़ो। अपनी इस आदत को जल्दी बदल डालो।। कल कल करते करते आज कभी नहीं आएगा। अरे! मानव इस भाग दौड़ में तू हमेशा पीछे छूट जाएगा।। जिंदगी में कुछ करना चाहते हो तो हवाई किले बनाना बंद करो। कुछ नया करके उत्साह के साथ आगे बढ़ो।। दृढ निष्ठा… Continue reading (आज का काम कल पर मत छोड़ो)