एक छोटा सा गांव था। गांव के समीप ही झुग्गी झोपड़ी वाले लोग रहते थे। उनमें एक मजदूर भी रहता था। उसका नाम था शेर सिंह जैसा नाम था उसी के समान काम करनें वाला। शेर सिंह इतना ईमानदार था कि हर काम को सूझबूझ के साथ करता था। हर रोज सुबह मजदूरी करने निकल… Continue reading सही रास्ते का चुनाव
वापसी
किसी गांव में करतार और भरतार दो दोस्त थे। दोनों दोस्तों की दोस्ती इतनी प्रगाढ थी कि इकट्ठे खेलते शरारते करते और पेड़ों पर कूदते राहगीरों को तंग करना खूब मौज मस्ती में उनका समय व्यतीत हो रहा था। दोनों ही कृषक परिवार से संबंध रखते थे। दोनों का एक दूसरे के साथ इतना मधुर… Continue reading वापसी
अनपढ़ बहू
रुपेश कारगिल की वादियों में एक सिपाही के रूप रूप में तैनात था वह अब की बार छुट्टियों में अपनी बहन के पास गांव आया हुआ था गांव में आ कर उसे अपने बचपन के दिन यादें ताजा हो गई। वह हर साल अपनी बहन के पास कुछ दिन के लिए उसके पास आ जाता… Continue reading अनपढ़ बहू
कौवे और कोयल की वार्ता
एक दिन कौवा कोयल से बोला। तू भी काली मैं भी काला। कुदरत नें ये क्या अनर्थ कर डाला।। तुम्हें कोयल रानी कहकर सभी बुलाते हैं। मुझको कुरुप समझ कर के मुझे सब चिढातें हैं।। तुम डाल-डाल पात पर चढ़कर मधुर ध्वनि से कूक-कूक करके अपना प्यार जताती हो। मीठी ध्वनि सुना कर सबके मनों… Continue reading कौवे और कोयल की वार्ता
घर की फुलवारी
एक बच्चा रोहित स्कूल से घर आ रहा था। उसे रास्ते में एक औरत मिली। रोहित उसे पहचानता था। वह रोहित की मां की सहेली मीरा थी। वह बोली बेटा तुम्हारी मां ने मुझसे बीज मांगे थे। तुमने ये बीज अपनी मां को दे देना। रोहित जैसे ही घर पहुंचा बोला मां मुझे बहुत भूख… Continue reading घर की फुलवारी
गांधी बापू
एक प्रतिभाशाली सर्वगुण संपन्न सादगी का अवतार थे बापू। सत्य अंहिसा के पुजारी सारे जग के कर्ण धार थे बापू।। भारत के एक महात्मा शिक्षक गुजरात के तपस्वी आत्मा थे बापू। सत्य निष्ठा और मानवता के अवतार थे बापू। भारत देश की एक पहचान थे बापू।। अन्तरराष्ट्रीय अंहिसा दिवस के रुप में उनका जन्म मनाया… Continue reading गांधी बापू
भेडू के बच्चे की वापसी
जंगल में सभी जानवर एक ही स्कूल में शिक्षा ग्रहण करते थे। सभी जानवर दूर-दूर के जंगलों से आकर हॉस्टल में पढ़ने आए थे। वहां पर सब प्राणी मिलजुल कर रहते थे। कोई भी जानवर किसी को नुकसान नहीं पहुंचा सकता था। स्कूल के हैडमास्टर ने उन्हें सख्त हिदायत दी थी कि कोई भी जानवर… Continue reading भेडू के बच्चे की वापसी
हाथी और उसका दोस्त पूरु
एक दर्जी था। वह रोज लोगों के कपड़े सिलकर अपनी आजीविका चला रहा था। लोगों को उस दर्जी से कपड़े सिलवाना अच्छा लगता था क्योंकि वह लोगों के कपड़े बहुत ही अच्छे ढंग से उनके नाप के अनुकूल सिलाई करता था। उसका एक बेटा था वह कॉलेज में पढ़ता था। वह अपने पापा को कहता… Continue reading हाथी और उसका दोस्त पूरु
तोहफा
यह कहानी बिहार के छोटे से कस्बे की है उस कस्बे में लीला और उसका पति रामनाथ अपने दो बच्चों के साथ रहता था ।उनका अपना छोटा सा घर था वह मेहनत मजदूरी करके जो कुछ लाता उसे वह अपना और अपने बच्चों का पेट भरता था। इस तरह खुशी खुशी उसके दिन व्यतीत हो… Continue reading तोहफा
दोस्ती की मिसाल (कविता ))30/9/2018
मेरे दोस्त मुन्नू तुम इधर तो आओ, इधर तो आओ।। कुछ मेरी सुनो, कुछ अपनी सुनाओ। मेरी खुशी में चार चांद तो लगाओ। चारचांद तो लगाओ। कुछ अपनी कहो, कुछ मेरी सुनो। तुम क्यों हो मुझ से खफा खफा हो कर गाल फैलाए बैठ हो।? चेहरे पे झूठ का नकाब क्यों लिए बैठे हो? तुम्हें… Continue reading दोस्ती की मिसाल (कविता ))30/9/2018