नन्हा फरिश्ता

किसी गांव में एक जुलाहा रहता था। वह सूत कात कात कर दिन रात मेहनत करता जो कुछ कमाता उसी से वह अपने परिवार का पालन पोषण करता था। उसके एक बेटा था वह हर वक्त उसके पास बैठा रहता था। वह उससे थोड़ा थोड़ा सूत कातना सीख गया था। वह सोचा करता था कि… Continue reading नन्हा फरिश्ता