प्रकृति की मूल्यवान धरोहर उजड़ते वन

एक किसान था वह बहुत ही गरीब था। वह  एक दिन  सोचने लगा। कि क्यों ना मैं भी अमीर बन जाऊं? जिससे मेरा जीवन सार्थक बन जाए। वह अपने घर में बैठा-बैठा योजना बनाने लगा ऐसा मैं क्या करूं? जिससे मेरा सारा जीवन आराम से कटे। वह सपनों की साकार दुनिया में हिलोरे खानें लगा।… Continue reading प्रकृति की मूल्यवान धरोहर उजड़ते वन

नन्हें हाथों का कमाल

एक दिन रिया घर में लगी थी चित्र बनाने। चित्र में रंग भर भर कर लगी थी उसे सजाने।। छोटी टिया ने आकर चित्र बनाने का मजा किरकिरा कर दिया। उसकी रही सही मेहनत पर पानी फिरा दिया।। टीया अपनी बहना को उदास देखकर लगी उसे मनाने। कान पकड़ पकड़ कर हाथ जोड़कर लगी उसे… Continue reading नन्हें हाथों का कमाल