चौपाईयां

राम कथा जीवन आधारा। सुमरित श्रवण कर जग से तारा।। राम सिया राम ,सिया राम जै जै राम। सुखी वहीं जो राम गुण गाएं। प्रभु प्रसाद वहीं जन पाएं।। राम सिया राम सिया राम जै जै राम।। राम सिया राम, सिया राम , जै जै राम।। भृकुटि विशाल,नयन चकोरा। चारू कपोल,चंचल चितचोरा।। राम सिया राम,सिया… Continue reading चौपाईयां