शिक्षक

शिक्षक हैं हमारी आन,बान और शान।हम दिल से सदा करते हैं उन का सम्मान।।वे हमें देतें हैं सत्बुद्धि,शिक्षा और ज्ञान।हमारे शिक्षक सभ्य और संस्कारी।नम्रता की मुर्त और हितकारी।उन की संगत हमें लगती है प्यारी।।ऊंगली पकड़ कर लिखना सिखलाते।मां की ममता जैसा आभास करवाते।।बार बार अभ्यास की राह सुझाते।हर शब्द,वाक्य,स्वर,वर्णों का क्रम है सिखलाते।श्रूतलेख का हर… Continue reading शिक्षक

थाली में खाना जूठा मत छोड़ो

थाली में खाना जूठा मत छोड़ो। आवश्यकता से अधिक खानें कि आदत से पीछा छोड़ो।। अन्न में होता है अन्न पूर्णा का निवास। जूठन बचाना होता है बर्बादी का वास। अन्न पूर्णा का मत करो अपमान। नहीं तो कोई भी तुम्हारा जग में कभी नहीं करेगा सम्मान।। अपनें छोटे भाई बहनों को भी यह बात… Continue reading थाली में खाना जूठा मत छोड़ो