हम नन्हें नन्हें हैं बच्चे

हम नन्हे नन्हे बच्चे, नादान उम्र के हैं कच्चे।। भोले भाले दिल के सच्चे। मासूम और सच्चे बच्चे।। लिखना पढ़ना क्या जानें? हम तो अभी अक्षर भी न पहचानें।। केवल मां की ममता को ही जानें।। हम नन्हे नन्हें हैं  बच्चे  नादान उम्र के हैं कच्चे। मासूम और सच्चे बच्चे।। हमें डांट फटकार से डर… Continue reading हम नन्हें नन्हें हैं बच्चे