क्रिसमस का त्योहार आया।
बच्चों में खुशी की रौनक लाया ।।
सभी बच्चों के चेहरे खिल खिला उठे
बच्चे सांता क्लॉज़ से मिलने को तिल मिला उठे ।।
इस साल भी सांता क्लॉज आएंगें।
क्रिसमस पर बच्चा बनकर बच्चों के संग मुस्कुराएंगे ।।
बच्चों में खिलौने और मिठाइयां देकर एक दूसरे को देंगे बधाई ।
उनके आने की खुशी में अपने घरों की तुम सब करो सफाई ।।
सांता क्लॉज़ आकर बच्चों से बोले मेरे प्यारे बच्चों जल्दी से आओ ।
मेरे संग क्रिसमस का त्योहार मनाओ।
झूमो गांव मस्ती में। बांटो मिठाई बस्ती में ।।
राजू बोला मैं तो बस्ती में मिठाई बांटकर आ गया।
आपसे उपहार पाने को मचल गया।।
सांता क्लॉज़ रानी से बोले ले जाओ बेटी तुम भी अपना उपहार।
जल्दी से निकालो अपने मन का गुब्बार।।
रानी बोली मिठाइयां और गुब्बारे मुझे नहीं चाहिए ।
मुझे तो बस एक छोटा सा उपहार चाहिए ।।
सांता क्लॉज़ बोले, मेरी बच्ची तू तो है खास,
आज खुशी के दिन तू क्यों होती है उदास।
रानी बोली खिलौनों से बढ़कर है मेरी दादी मेरे लिए खास ।
मेरी दादी की आंखें दिला कर कर दो पुरी मेरी आस ।
सांता क्लॉज़ बोले तुम्हारी दादी के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना कर पाऊंगा ।
तेरी दादी की आंखों की ज्योति वापस लाऊंगा।।
रानी बोली जल्दी से प्रार्थना कीजिए ।
मुझे मेरी दादी से असल में मिला दीजिए।।
वे आज तक मुझे नहीं देख पाई हैं ।
मुझे हर दिन छू छू कर रोती रोती मुस्कुराई है।।
मेरे सारे खिलौने बच्चों में बांट दीजिए ।
मेरी दादी की आंखें दिला कर मेरी इच्छा पूरी कर दीजिए ।।
सांता क्लॉज़ बोले तेरी जैसी बेटी सबको दे।
भगवान तेरी इच्छा पूरी करके ही दम ले। तुम्हारा अपनी दादी के प्रति प्यार देखकर मेरा दिल भर आया।
तेरी खुशी देख कर आज मैं भी मुस्कराया।
रानी घर आकर दादी से बोली आज तो आप बन जाओ मेरी हमजोली।
दादी जल्दी से आंखें खोलो क्रिसमस का उपहार मुझसे पा लो ।
दादी ने जैसे ही आंखे खोली।
खुश होकर रानी से बोली।
मैं आज सचमुच तुझे देख पा रही हूं।
आज क्रिसमिस के दिन तुझ संग नाच गा रही हूं।।