सन्नी अपनी माता पिता का लाडला बेटा था। उसके माता-पिता उसे बहुत ही प्यार करते थे। जिस वस्तु की भी वह फर्माइश करता वह वस्तु उसके माता-पिता तत्काल ही उपलब्ध करवा देते थे। जरा सी खरोंच भीें उसके चेहरे पर नहीं आने देते थे। सन्नी के पिता का स्थांनातरण दूसरे शहर दूसरे गांव में हो… Continue reading अबोध बालक
(वन्दना) प्रार्थना
मेरे प्रभु आओ, अपनी आंखों में तुम को बसाऊं। तेरी शरण में आ कर के बस एक तेरा ही ध्यान मन में लाऊं।। हर दम बस तेरी महिमा के ही गुण गाऊं। तेरा ही स्मरण कर अपनें जीवन को सार्थक बनाऊं।। मेरे प्रभु------ मेरे विकारों को हे प्रभु! जड़ से मिटा देना। अज्ञानता से भूल… Continue reading (वन्दना) प्रार्थना
(ऐ भारत मां तुझे सलाम)
ए भारत मां हमनें तेरी धरा पे जन्म लेकर भारतीय होने का गौरव पाया है। तेरे आंचल में सिर रखकर अपना जीवन न्योछावर करनें का संकल्प दोहराया है।। तूने ही तो हर भारतीय के उमंग और हौसले को बढ़ाया है। सारे जहां की खुशियां देकर अपना सर्वस्व हम पर लुटाया है। कभी धूप, आंधी तूफानों… Continue reading (ऐ भारत मां तुझे सलाम)
फुलों की तरह मुस्कुराता रहे तुम्हारा चेहरा
फुलों की तरह मुस्कुराता रहे तुम्हारा चेहरा। हंसी से गुनगुनाता रहे तुम्हारा मुखड़ा। तुम्हारी जिन्दगी में हर पल हर क्षण खुशियों की बरसात हो। चेहरे पर हर पल मुस्कुराहट की सौगात हो। हर दिन जीवन में नया पर्व ले कर आए। कभी ईद तो कभी दीवाली बन कर आए। तुम ऊंचाईयों की सीढ़ियां चढ़ते जाओ।… Continue reading फुलों की तरह मुस्कुराता रहे तुम्हारा चेहरा
(झबरु)
एक छोटे से पहाड़ की तलहटी पर झबरु अपनी मां छमिया के साथ रहता था। झबरू भोली मुस्कान लिए जब अपनी मां की ओर देखता तो उसकी मा फूली नहीं समाती। थोड़ी देर बाद उस की मां को पता नहीं क्या सूझता वह उसको डांटने लग जाती कहती कि जल्दी ही अपना काम किया करो।… Continue reading (झबरु)
जीवन में नेक काम करना सीखो
नदियों के पानी का सम्मान करना सीखो। अपने जीवन में नेक काम करना सीखो।। धरती मां वसुंधरा का सम्मान करना सीखो। प्रकृति से जुड़कर नेक काम करना सीखो।। अपने आसपास प्रदूषित वातावरण मत पनपाओ। अपने अराध्य को प्रसन्न करने वालों, नदी में कूड़ा करकट जहरीला पैदार्थ मत फैलाओ।। धरती मां की छाती को भेद कर,… Continue reading जीवन में नेक काम करना सीखो
लालची बहनें
तीन चचेरीं बहने थी। दो बहने तो मध्यम परिवार से संबंध रखती थी। तीनों ने अपने मनपसंद साथी का चुनाव किया। तीनो बहने साथ-साथ घर में ही रहती थी। उनके पति जो कुछ कर कमा कर लाते थे। वह मिल बांट कर खाती थी। वह एक दूसरे को सारी बात बता देती थी कि आज… Continue reading लालची बहनें
चोर सिपाही
बिहार के एक छोटे से गांव में जुम्मन एक रेडी चालक के रूप में काम करता था। वह मेहनत से जो कुछ भी कमा कर लाता उससे वह अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। उसने अपने बेटे लाखन को भी स्कूल में डाल दिया था। लाखन बहुत ही समझदार बच्चा था। जब वह… Continue reading चोर सिपाही
व्याध और हंसों का झुन्ड
पानी की तलाश में एक हंसो का झुन्ड सरोवर मे था आया। सरोवर के पास व्याध को देख कर था घबराया।। हंसिनी के बच्चे का हाथ था छूट गया। इस आपाधापी में वह बच्चा अपनी मां से बिछुड़ गया।। अपनी मां से बिछुड़ने पर वह पंहुचा एक घने जंगल में। वहीं पर एक व्याध भी… Continue reading व्याध और हंसों का झुन्ड
पायल
हर रोज की तरह पायल स्कूल जाने के लिए तैयार हो रही थी ।पायल की मम्मी ने कहा बेटा नाश्ता तो कर ले ।परंतु पायल ने मम्मी की बात अनसुनी कर दी और कहा मुझ नाश्ता नहीं करना है। पायल बहुत ही जिद्दी लड़की थी ।उसकी इस जिद के कारण मम्मी- पापा हमेशा उस से… Continue reading पायल