एक साथ मिल बांट कर गुलाल लगाएं ।।
होली के रंग में रंग कर ,सभी को लुभाएं।
अपनों के संग गुझिया और मिठाई मिल-बांट कर खाएं ।।
मां,दादी,नानी के जायकेदार पकवानों को खा कर खुब लुत्फ उठाएं।
दोस्तों, रिश्तेदारों के संग खुशियां मना कर सुरीले गीत गाएं।।
आओ सखियों मिल जुल कर होली के रंग में रंग जाएं।
होली के त्योहार में चार-चांद लगा कर सभी के मन को महकावें।।
ढोलक की थाप पर थिरक थिरक कर आओ नाचें और सभी को नचाएं।
राधिका बन कर कृष्ण कि बंसी का आनन्द उठाएं।।
आओ वृज में राधिका के संग होली खेलनें जाएं।
कृष्ण और राधिका की सजीली जोड़ी देख कर मंद मंद मुस्कुराएं।।
गोपियों के संग गोपी बन कर उन्हें नृत्य दिखलाएं।
बंसी की धुन में खो कर खुद पर इतराएं।
मन की आंखों से कृष्ण सांवरे सिलौने की जोडी कों रिझाएं।।
एक साथ मिल बांट कर गुलाल लगाएं।