(आज का युग है तेरा हे! नारी शक्ति)

आज का युग है तेरा  हे! नारी शक्ति।

तुझ में समर्पण की है अद्भूत शक्ति।।

इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास से भरा है कोमल ह्रदय तेरा।

तुझ पर  सब को गर्व है बहुतेरा।।

तू अपनी मेहनत के बल पर मुकाम हासिल करती है।

अपनी जिंदगी में बदलाव के लिए नींव तैयार करती है।।

तू है सृष्टि की जननी।

तू है मधुर भाषिणी।।

गौरव मयी  प्रचन्ड शक्ति दायिनी।

तू है अन्नपूर्णा जगत कल्याणी।।

तुझ पर है सारे संसार को नाज़ है हे! नारी शक्ति।

समाजिक बेड़ियों को तोड़ कर आगे निकल जाने का अद्भुत संकल्प  है रखती।।

तूने गौरव का स्तम्भ  बन कर दिखाया है।

अपना लोहा मनवाने में कामयाब हो कर दिखाया है।।

खुद को भी भूला कर अपना अस्तित्व कायम करती है।

वक्त पडनें पर कभी  पीछे नहीं हटती है।।

महिला पायलट बनकर गुंजन सक्सेना नें कारगिल गर्ल के नाम से खुब नाम कमाया है।

दुश्मनों से लोहा ले कर भारतीय सेना के जवानों को सुरक्षित बाहर निकाल कर दिखाया है।।

हे नारी शक्ति तुझे कोटि कोटि प्रणाम।

सबल कार्य कारिणी तुझे शत शत नमन।।