आओ पर्यावरण दिवस पर करें हम परोपकार

आओ पर्यावरण दिवस पर करें हम परोपकार। एक नहीं दस दस वृक्ष लगा कर देश का करे उद्धार। वृक्ष है जन जन की  मूल्यवान संपत्ति। यह  व्यक्ति  में खुशहाली और समृद्धि   को  है दर्शाती। पर्यावरण संतुलन  पर संकल्प ले कर हर बच्चा इस पर  करो  विचार।। पर्यावरण से पैदा होने वाली विभीषिका  के मूल पर… Continue reading आओ पर्यावरण दिवस पर करें हम परोपकार

धरती की मूल्यवान धरोहर भाग 2

नंदलाल अपना परीक्षा परिणाम जानने के लिए स्कूल गया था। उसका बारहवीं कक्षा का परिणाम आने वाला था। वह मन ही मन सोच रहा था कि हे भगवान! इस बार तो मुझे पास कर ही दो। यह पढ़ाई वढ़ाई मे रे बस की बात नहीं। बस इंटरव्यू देकर कहीं नौकरी कर लूंगा। उसको पढ़ने का… Continue reading धरती की मूल्यवान धरोहर भाग 2

दावानल

शेखर और उसकी पत्नी एक छोटे से गांव में रहते थे। शेखरको शराब पीने की आदत थी वह शराब को छोड़ता नहीं था। उसकी पत्नी अपने पति की इस आदत से बहुत परेशान रहती थी। वह सोचती काश मेरा पति शराब पीना छोड़ देता तो वह भी अच्छा इंसान बन सकता है। दिल का अच्छा… Continue reading दावानल

आत्मविश्वास

सीता और गीता स्कूल में इकट्ठे शिक्षा ग्रहण कर रही थी। सीता के माता पिता  ऑफिस में काम करते थे। सीता एक मेहनती लड़की थी। एक दिन उसके माता-पिता ने उसे अपने पास बुलाया और कहा बेटा हम चाहते हैं कि तुम हमें बताओ कि तुम आगे चलकर क्या बनना चाहती हो? वह बोली मां… Continue reading आत्मविश्वास