हौंसलों की उड़ान कविता

कदम बढ़ाए जा कदम बढ़ाए जा विश्वास दिल में थामें तू यूं ही कदम बढ़ाए जा।
अंधेरी राह में भी तू ना हौसला खोए जा।।
धीरज दिल में थामें तू यूं ही कदम बढ़ाए जा।
मुश्किलों में भी तू यूं ही उम्मीदों का दामन थामें जा।।
डर कर तूं यूं न अपने कदम पीछे उठाए जा

आस का दीपक जलाए जा।।
विश्वास दिल में थामें तो यूं ही कदम बढ़ाए जा ।

एकता में अनेकता की मिसाल कायम किए जा।।
अपने ख्वाबों को पूरा करने की उमंग दिल में जगाए जा।
कदम बढ़ाए जा कदम बढ़ाए जा विश्वास दिल में थामें तू यूं ही कदम बढ़ाए जा।।
नवभारत के जागरण की मशाल मन में जगाए जा ।
अपने हुनर और कौशल से विश्वास जग में जगाए जा।।
कदम बढ़ाए जा कदम बढ़ाए जा विश्वास दिल में थामे तूं यूं ही कदम बढ़ाए जा
सब का विश्वास जीत कर तू नेक राह पर चल कर दिखाए जा।
कदम बढ़ाए जा कदम बढ़ाए जा। विश्वास दिल में थामें तो यूं ही कदम बढ़ाए जा।
राष्ट्र के साथ जुड़ कर नेक काम करने की लहर सब में जगाए जा।
विश्वास और हौसले से कदम बढ़ाए जा
कदम बढ़ाए जा कदम बढ़ाए जा विश्वास दिल में थामें तू यूं ही कदम बढ़ाए जा ।
हौसलों की उड़ान भर, पथ में अपने कदम पीछे मत हटाए जा।
विश्वास दिल में थामें हौसले से कदम बढ़ाए जा कदम बढ़ाए जा।
कदम बढ़ाए जा कदम बढ़ाए जा विश्वास दिल में थामें तू यूं ही कदम बढ़ाए जा।

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