मां द्वारा सिखाई आदतें जिंदगी में बहुत काम है आती।
बच्चे के व्यक्तित्व में आदतों का पालन करना है सिखाती।।
खाना खाने से पहले हाथों को धोना,
हर रोज ब्रश करना, रोज नहाने की आदत भी अपना चमत्कार है दिखलाती।
बच्चे के चेहरे पे निखार ला कर उसकी सुन्दरता में चार चांद हैं लगाती।
इन आदतों से बच्चा पढ़ाई में मन है लगाता
हर वक्त खिला खिला कर मुस्कुराता जाता।।
बिस्तर पर जूतों संग कभी नहीं चढ़ना चाहिए।
इस आदत को सुधारनें का प्रयत्न करना चाहिए।।
चाहे तुम कितनी भी क्यों ना हो नक चढ़े।
अपनें में सुधार ला कर,ही तुम आगे बढ़े।।
सोने से पहले ब्रश करने की आदत डालो।
दुर्गन्ध को हटा कर अपनें दांतों को चमका डालो।।
ऊपर से नीचे कि ओर,नीचे से ऊपर कि ओर
आगे पीछे चारों ओर ब्रश को घुमाओ,
आहिस्ता आहिस्ता दु्र्गन्ध से पीछा छुडाओ।।
सार्वजनिक स्थलों की सफाई का ज्ञान,
अपनें परिवेश में नाटक दिखा कर करवाओ।।
उनको भी इस में शामिल कर उनमें सफाई के प्रति जागरूकता जगाओ।।
घर का टॉयलेट और बाथरूम स्वयं साफ कर चमका डालो।
बच्चों में इस आदत को सिखा कर उनकी प्रशंसा कर डालो।।
बाहर से आकर हाथ पांव को हमेशा धो डालो।
बच्चे में भी इस आदत का संकल्प करवा डालो।।
टीवी के सामने ,बिस्तर पर बैठ कर खाना जो हैं खाते।
जीवन के मार्ग में तरक्की कभी नहीं कर पाते।।
अपनी आदतों में जो सुधार हैं करते , वही आगे बढ़ पाते।।
ज्यादा गर्म और ज्यादा ठंडा पानी मत पियो।
इस में सुधार ला कर खुशी खुशी से जीओ।।
खाने को चबा चबाकर खाओगे।
चबाकर खाने से पाचन शक्ति को बढ़ाओगे।।
खाना खाने से पहले और नहाने से पहले,
एक गिलास गुना गुना पानी पी कर ,
अपनी सेहत में सुधार पाओ।
शाम को भी खाने से पहले पानी पीकर,
अपनी सेहत का राज सभी को बताओ।।