पिन्कु और जादू की परियां

एक बच्चा था उसका नाम था पिंकू। वह बहुत ही होनहार लड़का था वह हर काम को बहुत होशियारी से किया करता था। एक दिन जब वह स्कूल से आ रहा था तो उसे एक जूता दिखाई दिया। वह इतना चमचम कर रहा था वैसे वह उस जूते को देखकर मोहित हो गया। उसने वह जूता उठा लिया। जूते को उठा कर घर ले आया। उसको उलट पलट कर देखने लगा। उसी समय उसकी मम्मी अंदर आ गई बोली बेटा तुम बार-बार अपने बैग में क्या ढूंढ रहे हो।? पिंकू बोला नहीं मां, मैं बैग में कुछ नहीं ढूंढ रहा। उसने वह जूता बैग में रख दिया। दूसरे दिन जब वह स्कूल से घर आ रहा था तो उसे तीन परियां दिखाई दी। उन्होंने उस बच्चे को आवाज लगाई पिंकू। उसने देखा कि मुझे कौन आवाज़ लगा रहा है।? तीन परियां उसके पास आकर बोली बेटा । हमारी बात ध्यान से सुनो। हमारा जूता नीचे गिर गया था। वह तुमने उठाकर अपने बैग में रख लिया था। कृपया बेटा हमारा जूता हमें दे दो। यह जूता तुम्हारे किस काम का। हम नीचे नहीं आ सकती। अगर हम पृथ्वी पर पांव रखेंगी तो हम जलकर भस्म हो जाएंगी। एक साधू बाबा ने हमे शाप दिया था। वह बोला मुझे तुम्हारा जूता बहुत अच्छा लगा। इस में सितारे लगें हैं। मैं इस के कपड़े की गेंद बनाऊंगा। तीनों परियां उसके आगे हाथ जोड़कर खड़ी हो गंई और बोली बेटा वह जूता तुम्हारे किस काम का। हम तुम्हें दूसरा जादू का जूता दे देंगी। पर इस जूते को हमें दे दो इसके बदले में हम तुमको एक जादू का बाजा देते हैं। यह जादू का बाजा तुम्हारे बहुत ही काम आएगा पहले तुम इस जादू के बाजे को आजमा कर देख लो। तुम्हें समझ आ जाएगी।

उन्होंने पिन्कु को जादू का बाजा दे दिया। बाजा पा कर पिन्कु बहुत खुश हुआ। उसनें वह जूता छिपा कर रख दिया। जब यह बाजा मेरे काम का होगा तब मैं उन परियों का जूता वापिस कर दूंगा। वह जादू के बाजे को बजाता बजाता घर से बाहर निकल गया। जब वह बाजा बजाता उसके इर्दगिर्द बहुत सारे लोग इकट्ठे हो जाते। एक दिन पिन्कु को कुछ चोरों ने देख लिया। उसका चोर अपहरण करके ले जा रहे थे। वे उसे एक गाड़ी में बिठाने ही लगे थे कि उसे पता चल चुका था कि वह उसका अपहरण करने आए थे। उसने जोर जोर से बाजा बजाना शुरु कर दिया। उसके बाजे की आवाज सुन कर बहुत सारे लोग उसके इर्दगिर्द इकट्ठे हो गए। पिन्कु बोला एक आदमी से बोला अंकल ये चोर मुझे अपहरण कर के ले जा रहे थे। मुझे इनसे छुड़वाओ। पिंकू ने बहुत सारे आदमियों को अपनी ओर आते देखा जैसे उन अपहरणकर्ताओं ने आदमियों को उसकी ओर आते देखा वह अपनी गाड़ी को भगा ले गए। पिन्कु सुरक्षित बच गया था। वह सोचने लगा कि इन परियों ने मुझे सचमुच में ही जादू का बाजा दिया है। वह दौड़ा दौड़ा परियों के पास गया और कहा कि वाह तुमने तो मुझे बहुत ही अच्छा जादू का बाजा दिया है। मैं तुम्हारा जूता तुम्हें वापस करता हूं। आप सच्ची और नेक इंसान हैं। दोनों परियां बोली बेटा आज मैं तुम्हें एक जादू की पेंसिल देती हूं। इस पैंन्सिल ं से जो कुछ भी तुम लिखोगे वह सच्ची घटना होगी। जो तुम्हें आने वाली घटनाओं को पहले ही बता देगी। बेटा हमने तुम्हारी ईमानदारी से प्रसन्न होकर तुम्हें यह दोनों वस्तुएं दी है। यह दोनों वस्तुएं सिर्फ ईमानदार लोगों का ही साथ देती है। वह जादू की पेंसिल पाकर खुश हो गया।

जादू का बाजा और पेंसिल वह हमेशा अपने बैग में रखता था। वह रास्ते में बैठकर ड्राइंग करता था।

वह रास्ते में बैठकर ड्राइंग बना रहा था। अचानक उसकी पैंन्सिल नें लिखना शुरु कर दिया अभी चोर आने वाले हैं। वह तुम्हारा बाजा चुराने आ रहे हैं। परंतु कोई बात नहीं वह चोर है। वह बाजा उनके किसी काम नहीं आएगा। थोड़ी देर बाद पिंकू ने देखा कि तीन चोर जो उस का अपहरण करके ले जा रहे थे वही उसके सामने आकर खड़े हो गए। वह बोले बेटा आज तुम हम से बच नहीं सकते। उस दिन तो तुमने बाजा बजा कर सबको इकट्ठा कर लिया था। आज तो हम तुम्हें पकड़कर ले ही जाएंगे। वह बोला यह बाजा जादू का है। मैं तुम्हें यह बाजा दे देता हूं। वह चोर बोले हम तुम्हारा बाजा-बजाकर देखना चाहते हैं। वह बोला अगर तुम्हें यह बाजा बजा कर देखना है तो एक शर्त पर। तुम यह बाजा बजा सकते हो। अगर आसपास कोई लोग तुम्हारा बाजा सुन कर नहीं आए तो तुम इस बाजे को मुझे वापस कर दोगे। चोरों ने कहा हमें तुम्हारी शर्त मंजूर है। पिंकू नें वह बाजा उन्हें दे दिया। तभी उसकी पेंसिल कुछ लिखने लगी। पेंसिल नें लिखा कि यह चोर अभी पकड़े जाएंगे। इन को पुलिस पकड़ कर ले जाएगी।।

पिंकू ने कहा जल्दी से यहां से चले जाओ वर्ना पुलिस तुम्हें पकड़ कर ले जाएगी। चोर बोले तुम्हें कैसे पता है।? पिन्कु बोला मेरे जादू की पेंसिल नें मुझे बताया है। चोरों नें उस बाजे को बजाया कोई भी नहीं आया। उन्होंने बाजा पिंकू को वापस कर दिया। एक आदमी ने उसके सिर पर बंदूक तान कर कहा यह जादू की पेंसिल हमें दे दो नहीं तो तुम मारे जाओगे। उन चोरों ने उससे जादू की पेंसिल छीन ली। पिंकू ने बाजा बजाया लोग इकट्ठे हो गए। उनमें से दो पुलिस अफसर भी थे। पिंकू ने कहा पुलिस बाबू इन चोरों ने मेरी पेंसिल मुझसे छीन ली है यह पेंसिल कोई मामूली पैंन्सिल नहीं है। जादू की पैंन्सिल है। इन चोरों से यह पेंसिल मुझे दिला दो। पुलिसवालों ने कहा कि यह कैसे अपना जादू दिखाती है? पहले हमें जादू दिखाओ। पिंकू बोला यह जादू की पेंसिल आगे आने वाली भविष्यवाणी कर देती है।

पुलिस इन्सपैक्टर ने चोरों को पकड़ लिया। चोंरोंं से बाजा पिंकू ने प्राप्त कर लिया था। तभी उनकी पेंसिल कुछ लिखनें लगी। पैंन्सिल ने लिखा कि इन पुलिस वालों के घर के सदस्यों की जान खतरे में है। जल्दी से घर पहुंच कर उन्हें बचा लो। उनके घर में उन चोरों के साथियों नें पुलिस इंस्पेक्टर का पता करके उन पुलिस इंस्पेक्टर के बच्चे और पत्नी को पकड़ लिया था। इसके बदले में वे अपने साथियों को छुड़ाने की मांग करेंगे। तुम दोनों पुलिस इन्सपैक्टर अगर समय पर पहुंचकर सारी पुलिस फोर्स को ले कर घर में सेंध लगा दे तो वह चोर पकड़े जाएंगे नहीं तो तुम्हारी पत्नी और बेटा दोनों की जान खतरे में होगी। पुलिस इन्सपैक्टर नें सोचा शायद यह बच्चा ठीक बोल रहा होगा। चलो घर में पुलिस फोर्स को भिजवा देते हैं। पुलिस इन्सपैक्टर नें जैसे ही अपनी पत्नी को कॉल लगाया वह बोली बाहर पता नहीं कौन है जो जोर जोर से दरवाजा खटखटा रहा है।? मैंने लैंन्स में से झांक कर देखा वह कोई दो पगड़ी वाले इन्सान थे। पुलिस इंस्पेक्टर ने अपनी पत्नी को कहा कि तुम दरवाजा मत खोलना मैं पुलिस फोर्स भेजता हूं। तिवारी ने सारी पुलिस फोर्स अपने घर में भेज दी। पुलिस वालों ने पहुंचकर उन दोनों चोरों को पकड़ लिया। बच्चे की सौ फ़ीसदी बात सच निकली।

पिंकू जादू का बाजा बजाता जा रहा था बाजे को सुनने के लिए चारो तरफ लोग इकट्ठा हो चुके थे। स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होने वाला था। पिंकू स्कूल में जादू की पेंसिल से चित्र बनाने वाला था। वह पेंसिल चित्र ना बनाकर कुछ लिख रही थी। पैंन्सिल नें लिखा जल्दी से सारे सारे बच्चे बाहर जाकर संस्कृति कार्यक्रम मनाएं क्योंकि यहां पर आतंकवादियों ने स्कूल को चारों तरफ से घेर कर आतंकवादी ब्लास्ट करने की सोच रहे हैं। सारे स्कूल की इमारत पन्द्रह मिनट में ध्वस्त हो जाएगी। जल्दी से जल्दी यहां से भागने की कोशिश करो। वर्ना 500 विद्यार्थी बेमौत मारे जाएंगे। वह जल्दी से प्रिंसिपल के पास जाकर बोला मैडम जी जल्दी से अनाउंसमेंट कर दो स्कूल में ब्लास्ट होने वाला है। सारे बच्चे और अध्यापक यहां से बाहर निकल जाओ। प्रिंसिपल बोले तुम झूठ बोल रहे हो। पिंकू बोला मैडम आपको झूठ की पड़ी है जो कुछ करना होगा बाद में कर लेना मुझे सजा दे देना। स्कूल से निकाल देना अगर मेरी बात झूठ साबित होगी। प्लीज पहले यंहा से सारे बच्चों के साथ बाहर निकले। जब पिंकू को यह कहते सुना तो उसने अनाउंसमेंट कर दी और कहा सारे बच्चों का कार्यक्रम यहां से तीन किलोमीटर एक पार्क में होगा। यह कहकर वह प्रिंसिपल ने यह भी कहा कि हम वहां पर पिकनिक भी करेंगे। जब प्रिंसिपल ने अनाउंसमेंट की सारे के सारे बच्चे और अध्यापक दस मिनट के अंदर ही अंदर में पार्क में चले गए। पन्द्रह मिनट बाद वहां सारा का सारा स्कूल ब्लास्ट हो चुका था। आतंकवादियों ने स्कूल को अपना निशाना बनाया था। पिंकू की मदद से उन बच्चों को बचा लिया गया।

मैडम ने पिंकू को उसके साहसिक कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने पिंकू को बहुत सारा इनाम दिया। उसके बाजे और जादू की पेंसिल की खबर उस गांव के जमींदार को लगी। जंमीदार नें सोचा कि इस बच्चे से जादू का बाजा और जादू की पैंन्सिल छुड़ा लिया जाए। अपने आदमियों को उन्होंनें पिंकू के घर में भेजा वे पिंकू को पकड़कर जमीदार के घर ले आए। पिंकू अपना बाजा और जादू की पेंसिल भी साथ ले आया था। उस जमीदार ने जादू का बाजा पिंकू से छीन लिया। जैसे ही जमीदार ने बाजा बजाया वंहा कोई नहीं आया। जंमीदार बोला तुमने हमें नकली बाजा दिया है। पिंकू बोला यह बाजा केवल ईमानदार लोगों का ही साथ देता है। जंमीदार नें कहा तुम बाजा बजा कर दिखाओ। पिंकू बोला यह बाजा केवल ईमानदार लोगों को ही का ही साथ देता है पिंकू ने जैसे ही बाजा बजाया आसपास के लोग पिंकू के इर्दगिर्द इकट्ठा होकर बोले बेटा क्या करना है।?। पिंकू बोला इस जमीदार ने मुझे बिना वजह पकड़ कर रखा है तुम मुझे इसके चुंगल से छुड़ाओ।
जमीदार ने एक साथ इतने सारे लोगों को सामने इकट्ठे खड़ा देखा तो वह बोला बेटा मुझे माफ कर दो। मैंने तुम्हारे जादू के बाजे की कहानी सुनी थी। सचमुच में यह जादू का बाजा है। पिंकू को जमीदार ने छोड़ दिया। पिंकू की पेंसिल ने लिखा था कि इन सभी आदमियों को कहो कि रुक जाए। उनसे कहो कि जंमीदार से कहो कि तुम नें जिन जिन व्यक्तियों से ज्यादा रुपए तुमने छीने हैं उन सभी के रुपए वापस कर दे नहीं तो आज जंमीदार इन सब व्यक्तियों से बच नहीं सकता। पिंकू ने जमीदार को कहा कि मेरे पास जादू की पेंसिल है। आज जमीदार जी आपकी जान खतरे में है। जिन व्यक्तियों से आपने ज्यादा रुपए छीन लिए है उन सब के रुपए वापस कर दो नहीं तो आज यह सब आदमी आप की छुट्टी कर देंगे। सारे के सारे आदमियों ने जब पिंकू की बातें सुनी तो उनसे व्यक्तियों ने मिलकर कहा जमींदार बाबू आप हमें हमारे छिनें हुए रुपए हमें वापस करो आज हम सब से आप नहीं बचोगे। यह सब राजू की पेंसिल ने लिखा है। चलो सब मिलकर इस जमींदार की पिटाई करते हैं।
पिंकू बोला रुको। पिंकू ने परियों को याद किया परियों नें उसे कहा था कि जब तुम हमें बुलाओगे तब हम हाजिर हो जाएंगी। पिंकू ने परियों को कहा कि आपने मुझे जादू का बाजा और जादू की पेंसिल दी थी। आज मैं इन दोनों वस्तुओं को आप को वापस करना चाहता हूं। क्योंकि हर कोई मुझ से जादू की पेंसिल और जादू का बाजा छिनना चाहता है। मुझे इन दोनों वस्तु की जरूरत नहीं है। आप मेरा एक काम करें इस जमीदार से इन व्यक्तियों के सारे छीने हुए रुपए वापस करवा दो। परियों नें जमीदार पर जल की तीन बूंदे छिड़की। जमीदार ने सभी व्यक्तियों के छिनें हुए रुपए वापस कर दिए। तीनों परियों ने पिंकू की ईमानदारी की प्रशंसा की और कहा बेटा जाओ तुम्हें हम आशीर्वाद देती है जो तुम बनना चाहते हो तुम बनकर रहोगे। भगवान तुम्हें कामयाबी दे।
पिंकू ने तीनों परियों के पैर छुए कहा अच्छा अलविदा। पिंकू बोला पहले तुम तीनों को श्राप से मुक्ति दिलाने के लिए मुझे क्या करना होगा।? मुझे बताओ तीनों परियां बोली यंहा से तीन किलोमीटर की दूरी पर एक मोनी बाबा रहते हैं। वे अखंड तपस्या कर रहे हैं। तुम वहां जाकर उनके बगीचे की देखभाल करना। उनकी खूब सेवा करना। तुम्हारी सेवा से प्रसन्न होकर वह तुम्हें वरदान देंगे। तब तुम उनसे हमारे लिए प्रार्थना करना। हम शाप से छूट जाएंगी तभी हम पृथ्वी पर पैर रख सकेंगे। नहीं तो हम बीच में ही लटक कर रह जाएंगी। हम बीच में ही हवा में इधर उधर घूमती रहती हैं।

पिंकू चलता चलता उस बाबा साधू बाबा की कुटिया में पहुंच गया। उसने दिन-रात साधु बाबा की सेवा की। साधु बाबा की जब आंखें खुली तो अपनी कुटिया की इतनी सुंदर सफाई देखकर आश्चर्यचकित रह गए। वह बोले बेटा यहां की इतनी देखरेख और यहां की हरियाली देख कर मैं हैरान रह गया। बेटा तुम बहुत ही होशियार हो। बोलो तुम क्या मांगना चाहते हो।? पिंकू बोला बाबा जी आप मना तो नहीं करोगे। साधु बाबा बोले बाबा अगर किसी को आशीर्वाद देते हैं तो पूरे मन से। बोल तू क्या मांगना चाहता है? पिंकू बोला आप इन तीनों परियों को शाप से मुक्त कर दे। यह मुझे चाहिए। साधु बाबा ने कहा ठीक है जाओ। एवमस्तु बेटा। तुम दूसरों के लिए ही कुछ मांगते हो अपने लिए भी कुछ मांगो। पिंकू बोला आप मेरे सिर पर हाथ रखकर मुझे आशीर्वाद दें। मैं हमेशा दुनिया में अच्छे काम करुं और अच्छा वैज्ञानिक बनकर देश के भविष्य को संवार सकूं। साधु बाबा ने कहा कि तुम्हारी इच्छा पूरी हो। तीनों परियां शाप से मुक्त हो गई। वह तीनों अपने देश वापस चली गई। पिन्कु भी एक बड़ा वैज्ञानिक बना वह भी अपनी मेहनत के दम पर।

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