रमोला के परिवार में उसका पति रवि और उनका बेटा था। रवि एक छोटी सी दुकान में काम करता था। रमोला ने अपने पति को आवाज दी जल्दी आओ खाना मेज पर लग गया है। उसी समय उसके दरवाजे पर दस्तक हुई रमोला ने देखा कि एक भिखारी उसके घर का दरवाजा खटखटा रहा था
रामलाल ने भिखारी को देख कर कहा तुम फिर आ गए तुम बाज नहीं आओगे चलो निकलो यहां से । भिखारी की आंखों में आंसू आ गए। सचमुच में ही उसे भूख लगी थी। रमोला ने दरवाजा बंद कर दिया था। सभी खाने की मेज पर आ चुके थे। रमोला के बेटे ने बाहर बालकनी में जाकर देखा उसकी गेंद बालकनी से बाहर गिर गई थी। रमोला ने देखा कि वह भिखारी वही पर दरवाजे की ओर टकटकी लगाए यूं ही बैठा था। उस भिखारी की आंखों में उसे सच्चाई नजर आई सचमुच उसे भूख लगी है। उसने कहा बैठे रहो। दरवाजा खुला रखना उसके पति ने कहा उसे अंदर बिठा दो और उसे हिदायत दे दी आज के बाद यहां नहीं दिखना चाहिए। वह बोला बीवी जी मुझे बहुत ही जोर की भूख लगी है।
रमोला अपने मन में सोचने लगी जब यह भिखारी आता है कहता है जो दे उसका भी भला और जो ना दे उसका भी भला। डांट फटकार सब सह लेता है। भिखारी जल्दी-जल्दी खाना खाने लगा था। रमोला ने अपने पति को खाने की मेज पर उदास बैठे देखा जोर से बोली क्या बात है आजकल आप खाना भी ठीक प्रकार से नहीं खा रहे हो। कहीं शेर बजा-री में फिर से गड़बड़ी तो नहीं कर दी क्या। मैंने आपको शेयर बाजार में निवेश करने से मना किया था। आप तो करोड़पति बनने का सपना देख रहे थे अब बोलती क्यों बंद हो गई भिखारी खाना खा चुका था। अविनाश ने कहा बोलती ही रहोगी या चुप भी रहोगी। मैं कुछ देर आराम करना चाहता हूं। भिखारी खाना खाने के बाद बोला बीबी जी आप अपने पति को अभी ही रोक दो वरना एक दिन आपको पछताना पड़ेगा। इस शेयर बाजारी के चक्कर में कुछ नहीं रखा है। निवेश करना है तो अच्छे से शेयर ले लो उनको बेचने के बारे में भूल जाओ थोड़ा सा सबर करो कुछ सालों के बाद आपको उनसे ही फायदा होगा। बीबी जी आप मेरी हालत देख रही हो मेरा भी अपना परिवार था। मुझे देखकर कोई नहीं कह सकता था कि मैं भी एक सेठ था मेरे पास काफी धन दौलत थी। मेरी पत्नी और दो छोटे छोटे बच्चे मैं भी शेयर बजारी के धंधे में फंस गया था इस शेयर बजारी के चक्कर में मैंने अपना सब कुछ गंवा दिया। इसकी लत तो शराब से भी ज्यादा हानिकारक है। शराब से तो इंसान धीरे-धीरे मरेगा मगर शेर जारी नहीं तो 2 सेकंड में ही काम तमाम बंदे को पता ही नहीं चलेगा कि वह एकदम कब भगवान के पास पहुंच गया रमोला के पति ने आवाज दी जरा पानी को लेकर आना अंदर गई तो उसके पति नीचे चक्कर खाकर गिर गए थे। उनके हाथ में लेपटॉप भी नीचे गिर गया। रमोला चिल्लाई बचाओ-बचाओ भिखारी जल्दी से अंदर आया बोला आप घबराइए मत। वह बोलाआप जल्दी से इन्हें अस्पताल लेकर जाना। मुझे तो गाड़ी चलाना नहीं आता रमोला बोली। भिखारी बोला बीवी जी गाड़ी में मैं आपके पति को अस्पताल ले कर जाऊंगा। मेरी बात पर आपको यकीन तो करना ही होगा। रमोला ने कहा जल्दी चलो भिखारी ने सचमुच अविनाश को अस्पताल पहुंचाया। अविनाश को होश आ गया था। भगवान का शुक्र है आप ठीक हैं रमोला ने देखा भिखारी की आंखों में भी खुशी के आंसू थे भिखारी रमोला से बोला मेरी पत्नी मुझे छोड़ कर अपने मायके चली गई। मेरे माता पिता हार्ट अटैक से मर गए। मेरा घर बार सब नीलाम हो गया। उसकी दर्दनाक गाथा सुनकर रमोला की भी आंखों मेंभी आंसू छलक आए। बाबा मुझे माफ कर दो मैंने आपको गलत समझा अपने पति की ओर इशारा करती हुए बोली आगे से शेयर बाजार से तौबा कर लो नहीं तो आप की हालत भी इस भिखारी की तरह हो जाएगी। सुबह का भूला शाम को घर आ जाए उसे भूला नहीं कहते।