स्वच्छता का संकल्प

मेरे प्यारे बच्चों तुम इधर तो आओ।

आने में तुम यूं ना देर लगाओ।

नाना-नानी चाचा-चाची ताया ताई, सभी को बुलाओ सभी को बुलाओ।

आने में यूं ना तुम देर लगाओ।

अपनें वातावरण को साफ रखनें का

तुम्हे देते हैं आज यह मूल मंत्र।

यही है तुम्हारे जीवन का तंत्र।

इसको तुम सभी अपने जीवन में अपनाना।

इस पर अमल करके यूं जीवन को सफल बनाना।

आने में यूं ना तुम देर लगाना।

नहीं तो तुम्हें जीवन भर पड़ेगा पछताना।

मेरे प्यारे बच्चों तुम इधर तो आओ।

आने में तुम यूं न देर लगाओ।

नाना-नानी चाचा-चाची ताया ताई, सभी को बुलाओ सभी को बुलाओ।

आने में यूं ना तुम देर लगाओ।

 

इस गुप्त मंत्र को  अगर न अपनाओगे।

तुम यूं ही बिमारी को दावत देते जाओगे।

इस स्वच्छता के मंत्र को अपनाओ।

अपने माता-पिता अभिभावकों को समझाओ हर घर में स्वच्छता की अलख जगाओ। अलख जगाओ।

मेरे प्यारे बच्चो तुम इधर  तो आओ।

आने में यूं ना तुम देर लगाओ।

हर घर में स्वच्छता की अलख जगाओ। शौचालय का हर घर में निर्माण कराओ।

हर बच्चा अपनें हाथों से शौचालय की करेगा सफाई।

तो होगी तुम्हारे मेहनत की भरपाई।

तुम्हारे घरों में चारों ओर होगी  खुशहाली।। अस्पतालों के न तुम चक्कर लगाओगे।

नीम हकीम वैद्य के पास तुम  न जाओगे।

योग करके अपनें जीवन को सफल बनाओगे

तभी जीवन में आगे बढते जाओगे।

नाना नानी चाचा चाची ताया ताई, सभी को बुलाओ, सभी को बुलाओ।

चुन्नू मुन्नू बिट्टू बंटी, तुम जल्दी से आना।

नहीं तुम अपना वादा भूल जाना।।

चुन्नू मुन्नू बिट्टू बन्टू जल्दी जल्दी आना।

न तुम समय को यूं गवाना।

न तुम समय को यूं गवाना।

हर एक बच्चा अपने हाथों से शौचालय की करो सफाई।करो सफाई।

देखो यह मक्खियां तुमने कहां से बुलाई।

कहां से बुलाई।

अपने माता-पिता अभिभावकों , छोटों और बड़ों सभी को समझाओ।

अपने आसपास गंदगी कूड़ा कर्कट का यू ढेर ना लगाओ।

अपने आसपास नकारात्मक उर्जा ना फैलाओ। पानी के गड्ढों को जल्दी से भरवाओ।

पानी के गड्ढों को जल्दी से भरवाओ।

चुन्नू मुन्नू बिट्टू बंटी जल्दी-जल्दी आओ।

आने में तुम यूं ना समय को गंवाओ।

हर एक बच्चा अपने हाथों से शौचालय की करो सफाई करो सफाई।

तभी तो होगी मेहनत की भरपाई।

मेरे प्यारे बच्चों