हाथी और उसका दोस्त पूरु

एक दर्जी था। वह रोज लोगों के कपड़े सिलकर अपनी आजीविका चला रहा था। लोगों को उस दर्जी से कपड़े सिलवाना अच्छा लगता था क्योंकि वह लोगों के कपड़े बहुत ही अच्छे ढंग से उनके नाप के अनुकूल सिलाई करता था। उसका एक बेटा था वह कॉलेज में पढ़ता था। वह अपने पापा को कहता… Continue reading हाथी और उसका दोस्त पूरु

तोहफा

यह कहानी बिहार के छोटे से कस्बे की है उस कस्बे में लीला और उसका पति रामनाथ अपने दो बच्चों के साथ रहता था ।उनका अपना छोटा सा घर था वह मेहनत मजदूरी करके जो कुछ लाता उसे वह अपना और अपने बच्चों का पेट भरता था। इस तरह खुशी खुशी उसके दिन व्यतीत हो… Continue reading तोहफा

दोस्ती की मिसाल (कविता ))30/9/2018

मेरे दोस्त मुन्नू तुम इधर तो आओ, इधर तो आओ।। कुछ मेरी सुनो, कुछ अपनी सुनाओ। मेरी खुशी में चार चांद तो लगाओ। चारचांद तो लगाओ। कुछ अपनी कहो, कुछ मेरी सुनो। तुम क्यों हो मुझ से खफा खफा हो कर गाल फैलाए बैठ हो।? चेहरे पे झूठ का नकाब क्यों लिए बैठे हो? तुम्हें… Continue reading दोस्ती की मिसाल (कविता ))30/9/2018

(इतनी शक्ति मुझको को देना दाता)

इतनी शक्ति मुझको देना दाता। जग में काम सब के आ सकूं मैं। चेहरे पर सब के खुशी का नूर ला सकूं मैं। मन में सभी के घर कर के खुशी की उमंग जगा सकूं मै। हर रोते बिलखते चेहरों से। उदासी की परत को हटा सकूं मैं। हंसी की मुस्कान बन कर। सभी के… Continue reading (इतनी शक्ति मुझको को देना दाता)