किसी गांव में करतार और भरतार दो दोस्त थे। दोनों दोस्तों की दोस्ती इतनी प्रगाढ थी कि इकट्ठे खेलते शरारते करते और पेड़ों पर कूदते राहगीरों को तंग करना खूब मौज मस्ती में उनका समय व्यतीत हो रहा था। दोनों ही कृषक परिवार से संबंध रखते थे। दोनों का एक दूसरे के साथ इतना मधुर… Continue reading वापसी
Day: October 4, 2018
अनपढ़ बहू
रुपेश कारगिल की वादियों में एक सिपाही के रूप रूप में तैनात था वह अब की बार छुट्टियों में अपनी बहन के पास गांव आया हुआ था गांव में आ कर उसे अपने बचपन के दिन यादें ताजा हो गई। वह हर साल अपनी बहन के पास कुछ दिन के लिए उसके पास आ जाता… Continue reading अनपढ़ बहू