धरोहर

एक बनिया था। वह बहुत ही कंजूस था। हर आने जाने वाले ग्राहकों को उल्लू बनाकर उनसे ज्यादा रुपया ऐंठना उसकी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल था। हर एक ग्राहक को चुना लगा कर ही दम लेता था। उसके बूढ़े पिता उसे जग्गू कहकर बुलाते थे। उसके पिता उससे कहते बेटा अपना काम ईमानदारी से… Continue reading धरोहर

भाई की सीख

एक छोटा सा गांव था।वंहा पर लगभग ३000 के करीब लोग रहते थे।उस गांव मे सुखवीर और तनवीर दो महिलाएं थी। वह दोनों एक साथ वाले घर में रहती थी यह दोनों महिलाएं आपस में इतना लड़ती कि जोर जोर से एक दूसरे पर चिल्लाने की वजह से इधर उधर सारे मोहल्ले के लोग उन… Continue reading भाई की सीख