फुर्सत के क्षण (कविता)

फुर्सत के क्षणों में आ बैठ मेरे पास। अपने मन के भावों को आ बांट मेरे साथ।। कल्पना की दुनिया से बाहर आ। यथार्थ की दुनिया में अपना भाग्य आजमा।। बीता समय लौटकर नहीं आता। वर्तमान से विमुख होकर जिया नहीं जाता।। भविष्य में अच्छे कार्य करके दिखा। अपनी मंजिल खुद तलाश करके दिखा।। जीवन… Continue reading फुर्सत के क्षण (कविता)