आओ हम सब मिलकर एक हो कर गाएं,
हम सब मिलकर एक हो कर गाएं।
अच्छे काम कर के सभी को दिखाएं।
अच्छे काम करके सभी को दिखाएं।
नेक काम करके जीवन सफल बनाएं ।।
आओ हम सब मिलकर एक हो कर गाएं, ,
आओ सब मिल कर गुनगुनाएं।
सब मिल कर गाएं,आओ हमसब मिल कर गांए।।
इज्जत से हम जीना सीखें, इंसानियत का पाठ सभी को पढ़ाएं।
ईमानदारी के गुणों को अपनाकर,आगे बढ़ते जाएं।
आओ हम सब मिल कर एक हो कर गांएं।।
उपकार की भावना अपनें मन में जगाएं,
झूठ और ऊंच नीच का भेद मिटाकर सब को गलें लगाएं।।
ऋषियों की वाणी समान मधुरता का समावेश अपनाएं।।
उनकी राह पर चल कर सदाचार अपनाएं।
अच्छे काम करके सभी को दिखाएं ,
अच्छे काम करके सभी को दिखाएं ।।
नेक राह पर चलकर अपना जीवन सफल बनाए,
नेकी की राह पर चल कर अपना जीवन सफल बनाएं।।
एकता और ऐतबार की मशाल जगा कर,सब को समता का पाठ पढ़ाएं। आओ हम सब मिलकर एक हो कर गांए।
हम सब मिलकर एक होकर गाएं।।
ओंकार की ध्वनि का जाप कर के एक स्वर में हम गुनगुनाएं,
मिल कर कदम बढ़ाएं।मिल कर कदम बढ़ाएं।
औरों के खातिर जी कर अपना कर्त्तव्य निभाएं,
अंहकार की भावना कभी न मन में लाएं।।
आओ स्वर्ग से भी सुन्दर अपना भारत देश बनाएं,
आओ सब के हित में अपना सर्वस्व लुटाएं।
अहा: के ठहाकों से सब के चेहरों पर खुशी बिखराएं।।
इस कविता द्वारा बच्चों को अ से अ:तक के स्वरों का ज्ञान भी मिलता है।गानें के साथ विद्या को भी अर्जित कर सकतें हैं।।
: