एक प्रतिभाशाली सर्वगुण संपन्न सादगी का अवतार थे बापू।
सत्य अंहिसा के पुजारी सारे जग के कर्ण धार थे बापू।।
भारत के एक महात्मा शिक्षक गुजरात के तपस्वी आत्मा थे बापू।
सत्य निष्ठा और मानवता के अवतार थे बापू।
भारत देश की एक पहचान थे बापू।।
अन्तरराष्ट्रीय अंहिसा दिवस के रुप में उनका जन्म मनाया जाता है।
राष्ट्रीय पिता बापू को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके कार्यों को सराहा जाता है।।
कर्म चन्द गांधी के घर 2अक्टूबर 1869को गुजरात के काठियाबाड में अवतरित होकर अपना जन्म सफल किया।
माता पूतली बाई के संस्कारी बेटे होने का दायित्व सार्थक किया।।
आंखों में चश्मा तन पर लंगोटी और नंगे पैरों वाला ।
सीधा साधा भोला भाला आजादी का रखवाला।।
13 वर्ष की उम्र में कस्तूरबा से विवाह किया।
उनको बा नाम से सम्बोधित किया।।
(कस्तूरबा)
(12मार्च 1930) को नमक कर लगाए जाने के विरोध में रैली निकाली।
78अनुयायियों के साथ मिलकर अंग्रेज़ी सरकार की नीति विफल कर डाली।।
नल और नील की खेती करनें वाले किसानों के हित के लिए काम किया।
19अप्रेल1917 में चंपारण आन्दोलन में भी योगदान दिया।
अंग्रेजी सरकार के विरुद्घ उनकी निती का बहिष्कार किया।
दक्षिणी अफ्रीका में भारतीयों पर होनें वाले रंग भेद अत्याचारों से उन को मुक्त करवा के दम लिया।।
31मार्च 1930को अपनी मांगे मनवानें हेतू सविनय अवज्ञा आन्दोलन चलाया।
लार्ड इरविन को समझौता करने के लिए विवश कर डाला।।
9अगस्त 1942में भारत छोड़ो आंदोलन प्रारम्भ किया।
ब्रिटिश साम्राज्य को समाप्त कर देश में एकता का सूत्रपात किया।।
15अगस्त 1947को देश को आजाद कर देश का इतिहास रच डाला।
लाखों करोड़ों देश वासियों नें अपने प्राणों का बलिदान दे कर एक नए भारत का निर्माण किया।।
30जनवरी 1948के दिन नत्थू राम गोडसे नें अपनें घिनौने कृत्यों को अंजाम दिया।
राष्ट्रपिता कहलाने वाले बापू का संहार किया।।
रघुपति राघव राजा राम गाते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया।
हे!राम कह कर बापू जमीन पर गिर पड़े।
देश के लिए कुर्बानी देनें वाले इस पिता को इस तरह तडफता देख देशवासी भी रो पडे।।
“जब तक सूरज चांद रहेंगे बापू तेरा नाम रहेगा।
करोड़ों ह्रदयों के दिलों में छाए जाने वाले बापू गांधी का नाम अमर रहेगा।।