(स्वच्छता का संदेश) भाग(2)
“ आओ हम सब मधुर स्वर में एक साथ गुनगुनाएं।
मिलकर हम सब अपने पर्यावरण को स्वच्छ बनाएं।। ,,
1()धातु, शीशा, गता कागज प्लास्टिक पॉलिथीन नायलॉन कूड़ा करकट इधर-उधर नहीं फैलाएं।
(2 )अनुपयोगी सामान को कबाड़ी को बेच कर आएं।।
(3) हम कूड़े कचरे को जलाएं।
(4)साग सब्जी और फलों के छिलकों को पशुओं को खिलाएं।।
आओ हम सब साथ मिलकर पर्यावरण की स्वच्छता का यह संदेश बार-बार दोहराएं।
अपने जहन में इसको धारण कर इसको अमल में लाएं।।
रसोई के साथ लगती क्यारी में गड्ढा बना कर उसमें यह दबा आएं।
सड गल जाने पर उसकी खाद बनाकर उपयोग में लाएं।।
हम इस संदेश को मधुर स्वर में एक साथ गुनगुनाएं।
मिलकर हम सब अपने पर्यावरण को स्वच्छ और सुन्दर बनाएं।।
(5) उपलों को जलाकर मक्खी मक्खी मच्छरों को दूर भगाएं।
पर्यावरण को स्वच्छ बना कर वातावरण में स्वच्छता लाएं।।
(6)लघु शंका और दीर्घ शंका के लिए खेतों में और गलियों में ना जाकर उसका दुरुपयोग नहीं करें।
उनके स्थान पर सार्वजनिक शौचालय में ही जाकर सबको यह बात समझाएं।।
मल मूत्र व्यवस्था के लिए सीवरेज का उपयोग हमेशा किया करें।
(7)पेयजल स्रोतों बावड़ी कुआं हैंडपंपों नलकूपों में कूड़ा कचरा फैला कर उन्हें दूषित नहीं बनाएं।।
(8)यज्ञ शादी और सार्वजनिक स्थानों पर खाने के लिए पत्तों के बने डुन्नों को ही उपयोग में लाएं।
खाने के लिए प्लास्टिक पॉलिथीन आदि का प्रयोग नहीं करेंगे नहीं करें।।
स्कूल में खाना टिफिन में ही लाएं।
(9)प्लास्टिक के डिब्बे और पीने के लिए (10)(प्लास्टिक की बोतलों को उपयोग में न लाएं।।
(11)हम सब गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग थैली बनाएं।
एक साथ मधुर स्वर में हम सब यह संदेश गुनगुनाएं।।
मिलकर हम सब अपने पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाएं।
आओ हम यह संकल्प दोहराएं।
अपने वातावरण को दूषित होने से बचाएं।।
आओ एक और एक मिल कर हम ग्यारह का आंकड़ा बनाएं।
अपनी शक्ति को संगठित कर वातावरण में स्वच्छता का यह संदेश हर कोने कोनें में फैलाएं।।,,