इन्टरनेट का उपयोग

समाज में सूचनाओं को संप्रेषित करता है इंटरनेट।

ज्ञान के प्रसारण में अहम भूमिका निभाता है इंटरनेट।।

जो इसका  पालन  है करता।

वह दूर बैठे बैठे ही अपने परिजनों से है मिल पाता।।

यह एक आधुनिक युग की है जान।

नई पीढ़ी की टेक्नोलॉजी की शान।।

इसके अत्यधिक इस्तेमाल से लोगों का आपसी संपर्क कम होता जाता है।

यह लोगों में मानसिक बीमारियों को  दावत देता जाता है।।

ऑनलाइन जुए लगातार सोशल मीडिया के इस्तेमाल से लोग ऑफिस और घर में सब से कटे कटे से हैं रहते।

इन आशंकाओं के कारण ऐसे व्यक्तियों में असंतुलन के खतरे  भी हैं बढते रहते।।

गैजेट्स के अत्यधिक सेवन से बच्चों के दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव है पड़ता।

नई पीढ़ी की एकाग्रता और चिंतन की क्षमता को  नुकसान पहुंचाने का  प्रयत्न है  करता।।

मोबाइल, लैपटॉप, से हानिकारक रेडिएशन निकलती है।

बच्चों के मस्तिष्क में मौजूद ऊतकों  पर बुरा असर  है डालती।।

नैट नें कम्युनिकेशन को आसान  है बना दिया।

इन्टरनेट नैट से जुड़ कर कमाल दिखा दिया।।

ट्रैवलिंग के दौरान हो या आनलाईन सौपिंग, मार्केट में चलते हुए भी  ऐक्टिव रहते,

बडे बडे महत्वपूर्ण कार्य चुटकी में है कर डालते।।

सभी कार्य घर बैठे बैठे ही कर देते।।

फायदे के साथ साथ नुकसान भी हैं बहुतेरे।  

हम इसका सदुपयोग करें एक  सीमित दायरे। इन्टरनेट अब जरुरत नहीं लोंगों की आदत है बन चुका।

दुनिया की हर पल की जानकारी का सिलसिला है चल चुका।।

इस में समाधान भी हैं बहुतेरे।

जिस के साथ आप  खोजते हैं हल बहुतेरे।। मानसिक सेहत  पर भी  प्रभाव है पडता जाता।

पारिवारिक जीवन भी प्रभावित होता जाता।।

घर और परिवार में बच्चों की उपेक्षा जब है कि जाती।

बच्चे  की नींद चैन सब हराम हो जाती।।

बच्चे अटेंशन पाने हेतु ऐसा  कदम है उठाते। रात-दिन मोबाईल  नैट के प्रयोग से घर में दूरियों को है बढाते।।

इसकी आदत  माता पिता की बर्बादी का कारण है बनती।

उनकी सारी खुशियां गम में है बदल जाती।।

अपने बच्चों की गतिविधियों पर  नजर रखने का प्रयास करना होगा।

बच्चों के प्रति प्यार अपनापन और सुरक्षा का एहसास करा उनके भावनात्मक पक्ष से जुड़ जाना होगा।।

इससे शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आ जाएगा।

हर बच्चा नई नई गतिविधियों से जुड़ कर कामयाब हो जाएगा।।

इसके दुष्प्रभाव भी हैं  अधिक नुकसान पहुंचाते।

बच्चों की जिज्ञासा को और भी बढाते जाते।।

बच्चे धीरे धीरेनैट टीवी आनलाइन गेम्स को ही अपनी दुनिया बना लेते हैं।

वे टेक एडिक्शन के शिकार हो कर पछताते हैं।।

यदि इंटरनेट का इस्तेमाल एक सीमित दायरे में रहकर कर पाएंगे।  

हम सभी तब इसकी लत से बच पाएंगे।।