आस्था

एक बनिया था। वह बहुत ही कंजूस था। एक छोटे से कस्बे में रहता था। उसका काम था रुपयों को इकट्ठा कर के संजो कर रखना। हरदम इसी ताक में रहता था कि मैं जितना भी  कमाऊं  वह सब का सब मेरी तिजोरी  में भरा रहे एक भी रुपया इधर उधर न हो। वह इसी… Continue reading आस्था

मीठा आम मुझे है भाता

  मीठा आम मुझको है भाता। उसको खाने में बड़ा ही मजा आता।। अंगूर, सेब, केला, संतरा, अमरूद अनार है फल। जिन सभी के गुण देख कर आप रह जाएंगे दंग।। यह सभी किसी न किसी विटामिन की  कमी को पूरा है करते। जिसको खाकर  हम भरपूर  चुस्ती का अनुभव है करते।। आम विश्व में… Continue reading मीठा आम मुझे है भाता