घमन्डी का सिर नीचा

किसी गांव में एक पंडित रहता था। . वह सभी को कहता था कि मैं दान करता हूं। दान करने के कारण ही तो मेरे घर में सब कुछ है। पंडित बड़ा अभिमानी था। वह किसी की बात नहीं मानता था। उसका कहना था जो मेरा कहा नहीं मानेंगा उसको वह कड़ा सबक सिखाये बिना… Continue reading घमन्डी का सिर नीचा

सपनों की उड़ान

आओ बच्चों तुमको सपनों की दुनिया में ले चलें। तारों और गगन की छांव में झूला झूला सकें। आशा की किरण जगा कर उत्साह जगा सकें।। आओ बच्चों तुम को सपनों की दुनिया में ले चले। झूमते गाते हरी वादियों में ले चलें।। आओ बच्चों तुमको सपनों की दुनिया में ले चलें। बनाओ मिसाल ऐसी… Continue reading सपनों की उड़ान