जिंदगी की खुशियां सब के संग बांटते चलो। सभी को दुनिया में अपना बनाते चलो।।
जिंदगी के दोराहे पर इंसान चाहे कितना भी बड़ा बन जाए।
बड़ा बनकर अपने भाग्य पर कभी ना इतराए।। ऊंचा उठने के लिए बड़ा होना जरूरी नहीं होता।
जिंदगी में कोई भी काम बड़ा या छोटा नहीं होता।।
हर इंसान फरेबी का नकाब ओढ कर बड़ा बनने की चाहत किया करता है।
इस नकाब को उतारकर ईमानदारी से भी काम किया जा सकता है।।
मानवता और समभाव से काम किया करो। ईश्वर की बनाई गई कृतियों को सहेज कर रखा करो।।
दिल से ईश्वर का नाम लिया करो।
सुबह उठते ही उनसे अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना किया करो।।
अच्छी सोच सादगी और सरलता का जीवन जिया करो।
दूसरे की उन्नति को देखकर ईर्ष्या मत किया करो।।
ज्यादा पाने की तमन्ना मत किया करो।
हर एक समय पर एक ही काम किया करो।। नकारात्मकता जैसी बीमारी को अपने वातावरण में जगह न दीजिए।
उसे अपने मन के हर कोने से निकाल कर सकारात्मकता को अपना लीजिए।।