फूलों संग खेल

रंग बिरंगे फूलों संग आओ खेलें खेल हम।
उनकी सुहानी खुशबू में खोकर खुशी से झूमें हम।
रंग बिरंगे फूलों संग खेल खेल कर, खुब मौज मनाएं हम।
मिलजुल कर सारे गाएं ..

ओ फूल राजा,ओ फूल राजा
यह तो बताओ कहां छुपे हो तुम? कहां छुपे हो तुम
बाग के कोनो कोनो में झांक कर देखा,कहां हो तुम?
क्या धूप में मौज मस्ती का लुफ्त उठा रहे हो तुम।
या वर्षा में भीग भीग कर वर्षा की बौछारों का आनन्द उठा रहे हो तुम।।
ओ फूल राजा ओ फूल राजा यह तो बताओ कहां छुपे हो तुम?

रंग बिरंगे फूलों संग आओ आंख मिचोली खेले हम।
ताजे फूलों की खुशबू से लुकाछिपी का मज़ा मनाएं हम।
ओ फूल राजा ओ फूल राजा यह तो बताओ कहां छुपे हो तुम?

क्या धरती मां के आंचल में जाकर छुप गए हो तुम?
क्या मां के मधुर वात्सालय का आनन्द उठा कर मां को मना रहे हो तुम?
रंग बिरंगे फूलों संग ,आओ खेले खेल हम।
सुहानी खुशबू में खोकर, उनकी महक में रम जाएं हम।।

ओ फूल राजा, ओ राजा, यह तो बताओ कहां छुपे हो?
तितलियों और भौंरो के संग खेल खेल कर गुंजन का आनंद मना रहे हो?
क्या उन के मधुर स्वर की लय पर थिरक थिरक कर नृत्य दिखा रहे हो?
या ठंडी ठंडी हवा के झोंकों के संग खेल रहे हो तुम।
ओ फूल राजा राजा,ओ फूल राजा यह तो सच सच बताओ,
कहां छुपे हो तुम कहां छुपे हो तुम?

आओ खेल खेल कर फूलों को लुभाएं हम ।
रंग बिरंगे फूलों संग स्वयं भी फूल बनकर एक हो जाएं हम।।
आओ खेल खेलकर फूलों को मनाएं हम।
बिस्किट नमकीन और मिठाइयां देकर उन्हें लुभाएं हम।।
ओ फूल राजा, ओ फूल राजा कहां छुपे हो तुम?
यह तो सच सच बताओ कहां छुपे हो तुम ?

क्या झाड़ियों के पीछे छुप कर हमें ढूंढ रहे हो तुम ?
या हमें चकमा देकर हम से शायद छल कर रहे हो तुम।
ओ फूल राजा ओ फूल राजा सच सच बताओ कहां छुपे हो तुम ?

क्या मां की डांट से रुठ कर भिगी बिल्ली बन एक कोनें में छिपा कर बैठे हो तुम।
ओ फूल राजा,ओ फूल राजा जल्दी से दौड़ कर आओ तुम।
मौज मस्ती मना कर हमारे संग खेल में भी शामिल हो जाओ तुम।।
ओ फूल,ओ फूल राजा हमारे साथ धूमचौकडी भी मनाओ तुम
चारों ओर खेल खेल कर खुशी का जश्नमना कर दिखलाओ तुम।।
ओ फूल राजा ओ फूल राजा ये बताओ कहां जा छिपे हो तुम ?

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