स्वप्न से सुन्दर भारत

स्वप्न से सुन्दर भारत

एक नए भारत का निर्माण कर सपनों से भी सुंदर बनाना है।
उसकी छवि को महका कर और भी कामयाब बनाना है ।।
आज जरूरत है ऐसी सकारात्मक सोच की
जो हर व्यक्ति के मन को ऊर्जा से भर दे।
नकारात्मकता को छोड़कर सकारात्मकता की ओर मोड़ दे ।।
धैर्य साहस और विवेक को मन में बसाना है ।
प्रखर तेज ओजस्वी वाणी के भाव ,मन में बसाना है।
सुप्त चेतना को ललकार कर, व्यक्ति कि सोई हुई प्रतिभा को जगाना है।
सच्चे आदर्शों कि मिसाल कायम कर दिखाना है।।

नए भारत का निर्माण कर सपनों से भी सुंदर बनाना है।।
समस्याओं के जाल से छुटकारा दिलवा कर व्यक्ति में परिवर्तन का शंखनाद करवाना है।।
सुखद भविष्य का निर्माण कर उन में नए संस्कार जगाना है।
पवित्रता पूर्ण आचरण से इस देश को महकाना है।।
अपनी मरु भूमि कि रज को माथे से लगा यह संकल्प दोहराना है।
नव भारत के निर्माण का उदघोष कर सपनों से भी सुंदर बनाना है।।

गुजरे कल की बातें छोड़कर नए कल को अपनाना है ।
जगजन के हृदयों में समा कर ,देश के लिए जीना सीखाना है।
मुंह छिपा के जीनें का स्वाभिमान लानें से कतराना है।।
एक नव निर्माण भारत का संकल्प सभी में जगाना है।

सुखद संसार की सुखद छवि को मन में बसाना है।।
शुद्ध विचार, शक्ति,दिशा और दृढ़ मनोबल से जग को महकाना है।।

हमें बाधाओं,तूफानों झंझा वातो से नहीं घबराना है ।
हानि लाभ को सम समझ कर आदर्श पूर्ण निभाना है।।

संस्कार युक्त ,अहंकार मुक्त सात्विक कार्यकर्ता का किरदार निभाना है।
एक नए भारत का निर्माण कर सपनों से भी सुंदर बनाना है।
श्रद्धा कि जीवन्त मूर्ति बन कर,
असीम समृद्धि और अपरिमित क्षमता से स्वस्थ सुखी और संस्कार युक्त भारत बनाना है।।
उद्यम साहस बुद्धि शक्ति और पराक्रम का जलवा बढ़ाना है।
अशिक्षा और गरीबी से मुक्त समाज का साकार स्वरुप सब को दिखाना है।
तन,मन, धन, समय शक्ति और जीवन की आहुतियांअर्पित कर,
राष्ट्र यज्ञ में उत्सर्जन कर जाना है।।

अदम्य साहस और वीरता की मिसाल कायम कर सिद्धांतों के प्रति दृढ़ता को अपनाना है।
भारत को बिमारियों और बुराईयों से बचाना है।।
एक नए भारत का निर्माण पर सपनों से भी सुंदर बनाना है।।
देश कि पावन भूमि को युगों-युगों तक महका कर जाना है।
देश कि छवि को महका कर चार चांद लगा कर दिखलाना है।।

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