बहुत समय पहले की बात है कि नूरपुर के एक छोटे से कस्बे में एक ठग रहता था। वह हर घर में ठगी करके अपना तथा अपने परिवार वालों का पेट भरता था। वह एक 2 साल से अधिक किसी भी जगह पर नहीं रहता था। वह ठगी करके अपनी आजीविका चलाता था। जब उसे… Continue reading दो दूनी चार